चिली पोटैटो का स्वाद बढ़ाना हो या फिर सेहत को दुरुस्त रखना हो शहद एक ऐसी चीज है जो खाने के स्वाद के अलावा सेहत को भी दुरुस्त रखती है। हालांकि शहद का कई चीजों में इस्तेमाल करना आपके लिए घातक भी हो सकता है। ऐसे में शहद के इस्तेमाल करने से पहले ये जान लें कि शहद को किन किन चीजों के साथ नहीं खाना चाहिए।
गर्म चीजों के साथ खाने से बचें
शहद की तासीर गर्म होती है। ऐसे में शहद को गर्म चीजों के साथ न खाएं। अगर आप शहद को गर्म खाने के साथ खाएंगे तो पेट खराब हो सकता है। इसके अलावा कई तरह की सेहत संबंधी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
शहद की तासीर गर्म होती है। ऐसे में शहद को गर्म चीजों के साथ न खाएं। अगर आप शहद को गर्म खाने के साथ खाएंगे तो पेट खराब हो सकता है। इसके अलावा कई तरह की सेहत संबंधी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
चाय या कॉफी के साथ न लें
अक्सर लोगों को आपने कहते हुए सुना होगा कि सर्दी जुकाम होने पर शहद को चाय या फिर कॉफी के साथ लें। अगर आप ऐसा ही कर रहे हैं तो उसे आज ही छोड़ दें। ऐसा करने से बॉडी का टेम्प्रेचर और बढ़ जाएगा जिसकी वजह से घबराहट और तनाव हो सकता है।
अक्सर लोगों को आपने कहते हुए सुना होगा कि सर्दी जुकाम होने पर शहद को चाय या फिर कॉफी के साथ लें। अगर आप ऐसा ही कर रहे हैं तो उसे आज ही छोड़ दें। ऐसा करने से बॉडी का टेम्प्रेचर और बढ़ जाएगा जिसकी वजह से घबराहट और तनाव हो सकता है।
भूल कर भी न खाएं मूली के साथ
मूली के साथ शहद को खाना जानलेवा हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शहद के साथ मूली खाने से शरीर में टॉक्सिन्स बनने लगते हैं। जिसकी वजह से शरीर के कुछ पार्टस डेमेज हो सकते हैं। वहीं अगर आप इन दोनों को अलग-अलग भी खाते हैं तो कम से कम 1 घंटे का अंतर होना चाहिए।
तेज गर्म पानी के साथ न लें
अक्सर लोग वजन कम करने या फिर सर्दी जुकाम से बचने के लिए सुबह सबसे पहले गुनगुने पानी में शहद डालकर पीते है। अगर आप ऐसा ही करते हैं तो इस बात का ध्यान रखे कि पानी तेज गर्म न हो। तेज गर्म पानी के साथ शहद लेने से शरीर में गर्मी पैदा हो जाती है। जिस वजह से पेट संबंधी रोग होने की आशंका बढ़ जाती है।
अक्सर लोग वजन कम करने या फिर सर्दी जुकाम से बचने के लिए सुबह सबसे पहले गुनगुने पानी में शहद डालकर पीते है। अगर आप ऐसा ही करते हैं तो इस बात का ध्यान रखे कि पानी तेज गर्म न हो। तेज गर्म पानी के साथ शहद लेने से शरीर में गर्मी पैदा हो जाती है। जिस वजह से पेट संबंधी रोग होने की आशंका बढ़ जाती है।