केंद्र सरकार और कुछ राज्यों की सरकारों द्वारा दिवाली से पहले पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैटमें कटौती करने के बाद भी लोगों को फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि कच्चा तेल दो साल के अपने सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
फिलहाल सोमवार को पेट्रोल एक बार फिर से 80 रुपये के करीब पहुंच गया है।मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 76 रुपये पर पहुंच गया है। वहीं, डीजल 60.78 रुपये पर है। इससे साफ लगता है किआने वाले दिनों पेट्रोल के दाम एक बार फिर से 80 रुपये के पार पहुंच जाएंगे। डीजल के दाम भी 70 रुपये को पार कर सकते हैं।
62 डॉलर के पार हुआ कच्चा तेल
विश्व में कच्चे तेल की कीमतें 62 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई हैं। एक बैरल में करीब पांच लीटर कच्चा तेल आता है। इससे पहले जुलाई 2015 में कच्चा तेल इस कीमत पर पहुंचा था। इससे पहले इस साल की शुरुआत में कच्चा तेल 55 डॉलर प्रति बैरल था, जो कि जून में 44 डॉलर तक आ गया था।
ओपेक देशों ने घटाया उत्पादन
ओपेक देशों ने कच्चे तेल का उत्पादन 1.8 मीलियन बैरल घटा दिया हालांकि डिमांड ज्यादा होने के कारण इसकी कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
लोगों पर इसका बोझ ज्यादा न पड़े, इसके लिए इन्हें जल्द से जल्द जीएसटी के दायरे में लेकर के आना पड़ेगा। अगर पेट्रोल-डीजल की कीमतें और बढ़ी, तो महंगाई का असर देखने को मिलेगा और यह केंद्र के साथ-साथ सभी राज्यों की सरकारों के लिए मुश्किल में डाल सकता है।
वैट घटाने के बाद पेट्रोल हुआ 1.50 रुपये महंगा
3 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर लगने वाले वैट की दरों में कटौती की थी। उस दिन दिल्ली में पेट्रोल 70.88 रुपये था। 4 अक्टूबर को यह घटकर 68.38 रुपये हो गया था। 1 नवंबर को एक बार फिर से यह 69.14 रुपये हो गया है। इस हिसाब से ही देश के अन्य शहरों में फिर से दाम एक माह के पुराने स्तर से ज्यादा पर पहुंच गए हैं।
डीजल भी पीछे नहीं
ये ही हाल डीजल का है। वैट कटौती की घोषणा से पहले 3 अक्टूबर को दिल्ली में डीजल 59.14 रुपये था। केंद्र सरकार की घोषणा के बाद 4 अक्टूबर को यह करीब 2.25 रुपये घटकर 56.89 हो गया था।
इसके बाद भी डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं और 1 नवंबर को यह 57.73 रुपये हो गया है। कोलकाता में डीजल 60.39 रुपये, मुंबई में 60.32 रुपये और चेन्नई में यह 60.79 रुपये हो गया है।