बिहार में कोविड-19 संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और हालत ऐसी हो गई है कि मार्च के महीने में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 3 गुना हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक 1 मार्च को जहां बिहार में कोरोना के केवल 369 सक्रिय मामले थे, वहीं प्रदेश में अब संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1000 से ज्यादा हो चुकी है. यानी कि 1 महीने में कोविड-19 ने दोबारा से बिहार में पैर पसारना शुरू कर दिया है. बिहार में 27 मार्च तक कोरोना के 1115 एक्टिव मामले हैं.
1 महीने पहले बिहार में कुछ जिले ऐसे भी थे जहां पर संक्रमण के मामले शून्य हो चुके थे, मगर अब शेखपुरा को छोड़कर, अरवल, जहानाबाद, सहरसा और सुपौल में दोबारा से संक्रमण के मामले सामने आए हैं. बिहार के 16 जिले भी ऐसे थे जहां पर 26 फरवरी को 5 से कम संक्रमण के मामले पहुंच गए थे, मगर दोबारा से इन जिलों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों ने रफ्तार पकड़ ली है.
राजधानी पटना में पिछले 1 महीने में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं. 26 फरवरी को जहां पटना में 158 संक्रमण के मामले से वहीं अब ये आंकड़ा 1 महीने के बाद बढ़कर 26 मार्च को 418 तक पहुंच चुका है.
इसी बीच होली के त्यौहार को लेकर भी बिहार सरकार ने दिशा निर्देश जारी किए हैं, इन निर्देशों के अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार का आयोजन या लोगों के इकट्ठा होने पर पूरी तरीके से बैन लगा दिया गया है. हालांकि, बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि प्रदेश में अब तक कोविड-19 का कोई भी नया स्ट्रेन नहीं पाया गया है.
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