New Delhi : सौर मंडल के दूसरे सबसे बड़े ग्रह शनि के चंद्रमा एनसेलेडस पर जीवन के अनुकूल माहौल होने का पता चला है। इस पर कुछ ऐसी रासायनिक ऊर्जा की पहचान की गई है जिससे जीवन को समर्थन मिल सकता है। शनि ग्रह का अध्ययन कर रहे नासा के कैसिनी अंतरिक्ष यान और हब्बल स्पेस टेलीस्कोप से उसके चंद्रमाओं के बारे में नई जानकारी सामने आई है। शनि ग्रह के कम से कम 62 चंद्रमा हैं।
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इनमें से एनसेलेडस छठा सबसे बड़ा चंद्रमा है। नासा के साइंस मिशन डायरेक्टोरेट के सहायक प्रशासक थॉमस जर्बुचेन ने कहा कि हम एक स्थान की पहचान करने के करीब हैं जहां जीवन योग्य वातावरण के लिए कुछ जरूरी तत्व हो सकते हैं।
कैसिनी मिशन के वैज्ञानिकों ने एलान किया है कि एनसेलेडस पर एक तरह की रासायनिक ऊर्जा मौजूद हो सकती है जो जीवन के अस्तित्व के लिए सहायक हो सकती है। एनसेलेडस की बर्फीली सतह से हाइड्रोथर्मल गतिविधि के चलते हाइड्रोजन गैस मुक्त होती है जो जीवन के योग्य रासायनिक ऊर्जा उत्पन्न करने में सक्षम है।
ऐसे में यह प्रतीत होता है कि वहां पर्याप्त हाइड्रोजन की मौजूदगी से सूक्ष्मजीव का अस्तित्व हो सकता है। नासा की जेट प्रोपल्शन लैब के वैज्ञानिक लिंडा स्पाइल्कर ने कहा, शनि ग्रह के चंद्रमा पर जीवन के अनुकूल रासायनिक ऊर्जा की मौजूदगी की पुष्टि पृथ्वी से परे जीवन की खोज की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।