अफगानिस्तान मंगलवार को चार सिलसिलेवार बम धमाकों से दहल गया। इसमें कम से कम 56 लोगों की मौत हो गई, जबकि 88 लोग घायल हो गए। इसमें से भारत की मदद से बनी अफगान संसद के समीप दो आत्मघाती बम धमाके में चार पुलिस अधिकारी समेत कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई, जबकि 72 लोग घायल हो गए।
घायलों में पश्चिमी हेरात प्रांत की सांसद रहीमा जामी भी जख्मी हो गई हैं। संसद के स्टाफ से भरी बस को निशाना बनाकर हमले किए गए। आतंकी संगठन तालिबान ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। इसके बाद दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था।
यूएई के राजदूत जुमा मोहम्मद अब्दुल्ला अल-काबी घायल
इसके अलावा कंधार शहर स्थित गेस्टहाउस में हुए बम धमाके में यूएई के राजदूत जुमा मोहम्मद अब्दुल्ला अल-काबी और प्रांतीय गवर्नर हमायूं अजीज घायल समेत 16 लोग घायल हो गए, जबकि 11 लोगों की जान चली गई।
इसके अतिरिक्त अफगानिस्तान के हेलमंड प्रांत के लश्कर गाह में भी एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई। पश्चिमी हेरात प्रांत के सांसद गुलाम फारुक नजीरी ने बताया कि उनके प्रांत की सांसद भी घायल हो गई हैं।