उत्तर प्रदेश के इटावा के रेलवे स्टेशन पर 72 साल के एक वृद्ध यात्री को शताब्दी ट्रेन में सिर्फ इसलिए चढ़ने से रोक दिया, क्योंकि उन्होंने धोती पहन रखी थी. जबकि आज के दौर में किसी शख्स को सिर्फ कपड़ों के कारण ट्रेन में घुसने से रोक देना बहुत ही अजीब बात है.

दरअसल, बात यह है कि बाराबंकी के रहने वाले बाबा अवधदास शुक्रवार को इटावा स्टेशन पहुंचे थे औरउनके पास शताब्दी ट्रेन की कन्फर्म टिकट भी थी, हालांकि जब वह ट्रेन में चढ़ने लगो तो सिपाही और कोट अटेंडेंट द्वारा उन्हें रोक लिया गया और फिर इस दौरान उन्होंने भारतीय परिधान धोती कुर्ता और चप्पल पहने हुई थी. जबकि देखने में वह काफी साधारण नजर आ रहे थे.
अवधदास को ट्रेन में चढ़ने से तो रोका ही गया और इसके साथ ही वहां खड़े सुरक्षाकर्मी ने भी उनका बहुत मजाक बना दिया. एक वेबसाइट से बात करते हुए उन्होंने बताया है कि- मैं जैसे ही ट्रेन के कोच में चढ़ने के लिए बढ़ा गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मी द्वारा मेरे कपड़ों का मजाक बनाया गया और मुझे नीचे उतर दिया गया. बताया जा रहा है कि उनके पास सी-2 कोच की 72 नंबर सीट की टिकट थी और उन्होंने सुरक्षाकर्मी और टीटीई को अपना टिकट भी दिखाया, हालांकि दोनों में किसी ने उनकी एक न सुनी और ट्रेन प्लेटफॉर्म पर दो मिनट के लिए ही रुकती है और ट्रेन भी इस दौरान चल पड़ी. जबकि 72 साल के रामअवध वहीं खड़े रह गए. बताया जा रहा है कि घटना के बाद रामअवध स्टेशन मास्टर प्रिंस राज यादव से मिले और उन्होंने इसकी शिकायत की. जबकि इसके बाद रेलवे अधिकारी ने उन्हें मगध एक्सप्रेस में सीट देने का ऑफर दिया था, हालांकि उन्होंने इसे लेने से साफ़ इनकार कर दिया था.
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