लखनऊ. राजधानी के डफरिन अस्पताल में शनिवार को नर्सों की लापरवाही के कारण एक नवजात बच्ची की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि नर्सों ने बच्ची के जन्म के बाद कम नेग मिलने पर परिवारवालों को वॉर्ड के बाहर भगा दिया और प्रसूता की देखभाल भी नहीं की। इस बीच प्रसूता ने जैसे-तैसे बच्ची को स्तनपान करवाया और बेड पर लिटा दिया।

2 घंटे तक नहीं हुई देखभाल
-दो घंटे तक जच्चा-बच्चा की देखभाल के लिए कोई नहीं आया। दो घंटे बाद मां ने बच्ची को संभाला, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। यह पता चलने पर आक्रोशित परिजनों ने काफी देर हंगामा किया और अस्पताल प्रशासन से लिखित शिकायत देकर जांच की मांग की।
-गोलागंज निवासी अंसारी हुसैन ने बताया कि उनकी बेटी खुशनुमा (26) ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद ओटी में कर्मचारी, आया, नर्स और सुरक्षा गार्ड ने नेग के नाम पर एक हजार रुपये लिए। इसके बाद प्रसूता को वॉर्ड नंबर तीन में भर्ती कर किया गया। यहां भी नर्स ने नेग के नाम पर 400 रुपये मांगे तो उसे 300 रुपये दिए, लेकिन वह इतने में नहीं मानी।
-आरोप है कि मनमाफिक नेग न मिलने पर वह अभद्र भाषा का उपयोग करने लगी और इलाज बंद करने की धमकी दी। बाद में परिजनों को वॉर्ड में न रुकने का हवाला देते हुए सबको बाहर कर दिया।
-घरवालों का ये भी आरोप है कि बच्ची को गलत वाक्सीन लगा दिया गया जिसके कारण नवजात की तबीयत बिगड़ गई।
50 रुपये में मिलता है प्रवेश
-प्रसूता के पिता अंसारी ने बताया कि प्रसूता की मां व बहन शनिवार सुबह 12 बजे तक गेट के बाहर रहीं, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। इसके उलट जो तीमारदार 50 रुपये दे रहे थे, उन्हें आसानी से प्रवेश दिया जा रहा था।
डफरिन हॉस्पिटल प्रशासन का पक्ष
-सीएमएस डॉ. सविता भट्ट के मुताबिक ये मामला मेरे मेरे संज्ञान में है, मामले के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है, जांच रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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