बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को भी नोटबंदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कालेधन और बेनामी संपत्ति रखने वालों के खिलाफ हूं। लेकिन, हमारे स्वागत का मतलब कतई राजनैतिक स्टैंड का बदलाव नहीं है। लोगों को जो समझना है,समझते रहें। नीतीश कुमार पटना में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
नीतीश ने अपने अंदाज में कहा कि क्षमा कीजिए, मैं कालेधन और बेनामी संपत्ति रखने वाले के खिलाफ हूं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार में मुहिम छेड़ रखी है। भ्रष्टाचार में लिफ्त कई अधिकारियों के घरों को राजसात्त कर स्कूल खोला गया है। नीतीश ने आगे कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करेंगे कि ये सही समय है, बेनामी संपत्ति रखने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को बेनामी संपत्तियों और शराबबंदी पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि ब्लैक मनी का सबसे बड़ा सोर्स यही है।
बीजेपी के करीब आने के सवाल पर मीडिया पर चुटकी लेते हुए नीतीश ने कहा कि सोशल मीडिया के बाद प्रिंट मीडिया ने भी हमारी मुलाकात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी करा दी। हद है बचपन में हम तो जेनरल नॉलेज की जानकारी अखबारों से प्राप्त करते थे। आज ऐसा छप रहा है,तो सोचना पड़ता है।
बता दें कि एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खबर छपी थी कि नीतीश बीजेपी के संपर्क में हैं और पार्टी के एक बड़े नेता से उनकी बात हुई है।