लखनऊ. उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के तीसरे फेज के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। कुल 26 जिलों के 233 नगरीय निकायों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इनमें 76 नगर पालिका परिषद और 152 नगर पंचायतें हैं। इनके अलावा 5 नगर निगमों- मुरादाबाद, बरेली, सहारनपुर, फीरोजाबाद और झांसी के लिए भी वोट डाले जा रहे हैं। इन पर बीजेपी का कब्जा है। राज्य में बीजेपी की सरकार है, इसलिए इस बार उसकी साख दांव पर है। यही वजह है सीएम योगी से लेकर अन्य मंत्रियों ने कई रैलियां की हैं।
26 जिलों से सरकार में करीब 12 कैबिनेट मंत्री हैं…
– तीसरे फेज के चुनाव में 26 जिलों से सरकार में करीब 12 कैबिनेट मंत्री और 10 से ज्यादा राज्यमंत्री हैं।
– यूपी में सरकार बनाने से पहले बीजेपी नगरीय निकायों में हमेशा बहुमत में रही है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ पर इस चुनाव में बढ़त बनाने का दबाव है।
इसलिए है BJP पर दबाव
– 2012 में हुए 14 नगर निगम के मेयर पद के चुनावों में से 12 पर बीजेपी का कब्जा था। इलाहाबाद और रामपुर वह नहीं जीत पाई थी। उस वक्त राज्य में अखिलेश यादव की सरकार थी।
– इसके बाद लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला था। उसे यूपी की 80 में से 73 सीटों पर जीत मिली।
– 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 403 सीटों में से 325 सीटें मिली थीं। इतनी बड़ी कामयाबी के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ पर इन चुनावों में बढ़त बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है।
– उधर, नगरीय निकाय चुनाव में सपा पहली बार मैदान में है। उससे बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल रही है।
बड़ी पार्टियां अपने सिंबल पर लड़ रहीं चुनाव
– यूपी के निकाय चुनाव में पहली बार सभी बड़ी पार्टियां अपने सिंबल पर चुनाव लड़ रही हैं।
– आमतौर पर निकाय चुनाव में सीएम कैंपेन नहीं करते, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इसमें पूरी ताकत झोंकी है। उन्होंने कई रैलियां की हैं।
इन जिलों में हो रही वोटिंग
– सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, मुरादाबाद, संभल, बरेली, एटा, फिरोजाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात, झांसी, महोबा, फतेहपुर, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, मऊ, चंदौली, जौनपुर और मिर्जापुर।