साल 2018 कोहली के लिए विराट चुनौतियां लेकर आ गया है. टीम इंडिया की पहली चुनौती 5 जनवरी से साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से शुरू हो रही है, जिसका पहला मुकाबला केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में खेला जाएगा.
अफ्रीका को टेस्ट सीरीज में हराकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का मौका
विराट के लिए सबसे बड़ी चुनौती है साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसी के घर में टेस्ट सीरीज जीतना, जहां टीम इंडिया ने पिछले 25 साल से कोई सीरीज नहीं जीती है. इतना ही नहीं भारतीय टीम ने यहां अब तक खेले 17 टेस्ट मैचों में से महज दो टेस्ट ही जीते हैं.
साल 2015 से लेकर अब तक टीम इंडिया ने लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीती हैं और अब उसके पास साउथ अफ्रीका को हराकर वर्ल्ड रिकॉर्ड 10 टेस्ट सीरीज बैक टू बैक जीतने का मौका है. ऐसे में विराट कोहली से उम्मीद होगी कि वो साउथ अफ्रीका में जीत के सूखे को खत्म करें.
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का भी चैलेंज
विराट ब्रिगेड जुलाई महीने में इंग्लैंड का दौरा करेगी. यहां टीम इंडिया को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, भारतीय टीम ने इंग्लैंड में आखिरी बार टेस्ट सीरीज साल 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में जीती थी.
इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम इंडिया को इंग्लैंड ने अपनी धरती पर साल 2011 में 4-0 और साल 2014 में 3-1 से हराकर टेस्ट सीरीज जीती थी.
इंग्लैंड दौरे के बाद भारत साल 2018 के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी जहां वह 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेल सकती है. ऑस्ट्रेलिया में भी भारत ने अब तक कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है.