नईदिल्ली। जिम्बाब्वे की राजधानी हरारे की सड़कों पर सेना का काफिला देखा गया। दरअसल देश में राजनीतिक उथल – पुथल का माहौल है और ऐसे में सेना प्रमुख जनरल काॅन्स्टेनियो सत्ता को हथियाना चाहते हैं। यहां तख्तापलट की संभावनाऐं जताई गई हैं। इस बीच चिवांगे ने सत्तारूढ़ दल के सदस्यों को चेतावनी दी गई है। हिंसक प्रयास राष्ट्रपति मुगाबे द्वारा उप राष्ट्रपति को बर्खास्त किए जाने के बाद हुए हैं। इसी के बाद, से सेना हरकत में आई है। जानकारी सामने आई है कि, सेना ने सरकार के अधिकृत चैनल को तक नियंत्रित कर लिया है।
यहां रहने वाले अमेरिकी और ब्रिटेन के नागरिकों को उनके देशों की ओर से सलाह दी गई है। इन देशों ने अपने नागरिकों को जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाने को कहा है और कहा है कि, वे होटल में ही बने रहें। जहां वे ठहरें हैं वहीं रहें और प्रयास करें कि, बाहर न निकलें। इतना ही नहीं राष्ट्रपति राॅबर्ट मुगाबे के आवास के बाहर कई राउंड गोलियां चलाई गईं।
मिली जानकारी के अनुसार, तड़के तीन बजे हरारे में विस्फोट की ध्वनियां सुनाई दी गई हैं। दूसरी ओर यह जानकारी भी सामने आई है कि, राष्ट्रपति के आवास के बाहर कई राउंड फायर हुए हैं। हालांकि अभी जानकारी नहीं है कि, फायरिंग और धमाके में कोई हताहत हुआ है या नहीं। जिम्बाब्वे के सेना प्रमुख ने इस मामले में हस्तक्षेप की चेतावनी दी है।
सत्ताधारी दल ने यहां देशद्रोहपूर्ण गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि, जिम्बाब्वे के आर्मी चीफ की तरफ से सैन्य हस्तक्षेप की चेतावनी दिए जाने के बाद, सत्ताधारी पार्टी ने उन पर देशद्रोहपूर्ण गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया है। कुछ दिन पहले जनरल चिवेंगा ने चेतावनी दी थी कि, सत्ताधारी पार्टी में चल रही उथल पुथल को खत्म करने के लिए सेना हस्तक्षेप करेगी।
 Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal
 
		
 
 
						
 
						
 
						
 
						
 
						
