नई दिल्ली। भारत एक लोकतांत्रिक देश है और जनता को अपने द्वारा चुनी गई सरकार पर पूरा भरोसा है। केंद्र की मोदी सरकार पर देश की जनता पूरा विश्वास करती है। यही वजह है कि हिंदुस्तान उन देशों की सूची में लगातार दूसरे साल टॉप 3 में है, जिनकी सरकारों पर उनके देशवासियों पर सबसे ज्यादा विश्वास कायम है। हालांकि इस रैंकिंग में कुछ गिरावट जरूर आई है।
टॉप 3 में शुमार भारत
दावोस में जारी हुए वार्षिक ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स में भारत की इस साल की रैंकिंग और स्कोर में पिछले साल के मुकाबले गिरावट आई है। इसके बावजूद भारत इस सूची में टॉप 3 में शुमार है। जहां पिछले साल भारत इस रैंकिंग में टॉप पर था, वहीं इस साल वह दो सीढ़ी नीचे तीसरे नंबर पर आ गया है। गुड्स एंड सर्विस टैक्स, नोटबंदी जैसे बड़े आर्थिक सुधारों के बीच यह रैंकिंग केंद्र की मोदी सरकार में जोश जरूर भरेगी। मोदी सरकार के अलावा देश की जनता, व्यापारी वर्ग, मीडिया और एनजीओ को किस तरह देखती है, उस मामले में भी भारत ट्रस्ट जोन में आता है।
चीन और इंडोनेशिया से पिछड़ा भारत
कम्युनिकेशन मार्केटिंग फर्म ईडलमैन द्वारा जारी किए गए ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स के मुताबिक, चीन की जनता का केंद्र सरकार पर भरोसा बढ़ा है। इंडेक्स के मुताबिक, चीन के 2017 में 67 अंक थे और तब वह तीसरे नंबर पर था, जबकि 2018 में 7 अंक के उछाल के बाद 74 अंकों के साथ वह सूर्ची में शीर्ष पर पहुंच गया है।
इधर भारत पिछले साल 72 अंक के साथ सरकार पर जनता के भरोसे के मामले में शीर्ष पर था। हालांकि इस साल 4 अंक के नुकसान के बाद 68 अंक के साथ नंबर तीन पर है। इंडोनेशिया इस सूची में 71 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है। यूएई 66 अंक के साथ चौथे स्थान पर और 58 अंक के साथ सिंगापुर पांचवें स्थान पर है।
अमेरिका की ट्रंप सरकार को बड़ा झटका
अमेरिका को जनता के भरोसे के मोर्चे पर सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। पिछले साल के मुकाबले अमेरिका को इस सूची में 9 अंकों की गिरावट हुई है। वहीं इटली की सरकार के स्कोर में भी पांच अंकों की गिरावट आई है।
भारत के कुल स्कोर में गिरावट
अगर सरकार, मीडिया, एनजीओ और उद्योग को मिलाकर भारत की सम्मिलित ट्रस्ट रेटिंग देखी जाए, तो रेटिंग में कुल 13 प्रतिशत की गिरावट आई है। भारत में मीडिया का स्कोर इस साल सबसे कम 61 रहा, जो पिछले साल के स्कोर से 5 अंक कम है।