भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गुजरात विधानसभा चुनाव में मिली लगातार छठी जीत का जश्न मना रही है तो उसकी पिछली राज्य सरकार में मंत्री रहे कुछ नेता भी हैं जो चुनाव हार गए हैं और इस जश्न में शामिल होने के बजाए बेहद उदास होंगे. हालांकि उदासी का आलम न सिर्फ बीजेपी में है बल्कि कांग्रेस में कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए हैं. एक नजर इस चुनाव में मात खाने वाले 6 बड़े नामों पर
शिकस्त खाए कुछ बड़े नाम
बनासकांठा की वाव सीट से स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा नेता शंकर चौधरी चुनाव हार गए हैं. उन्हें कांग्रेस की जेनीबेन ठाकोर ने बड़े अंतर से हराया.
जामनगर की जमजोधपुर सीट से ऊर्जा मंत्री चिमन सापरिया को भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें कांग्रेस के चिरागभाई रमेशभाई कालरिया ने 2,518 वोटों के अंतर से हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया.
बनासकांठा जिले के देवदार से भी बड़ा उलटफेर हुआ है, यहां से सामाजिक लोककल्याण मंत्री केशजी चौहान को कांग्रेस प्रत्याशी शिवाभाई भूरिया के हाथों महज 972 मतों के अंदर से बाजी गंवाना पड़ गया.
मेहसाणा के बेछराझी से भाजपा के उम्मीदवार और पूर्व गुह मंत्री रजनीकांत पटेल ने परिणाम आने से काफी पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली थी. कांग्रेस के उम्मीदवार भरतजी ठाकोर ने उन्हें 15,811 मतों से हराकर शानदार जीत हासिल की.
कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले रामसिंह परमार थासरा सीट से हार गए हैं. जोरदार मुकाबले में रामसिंह परमार को कांग्रेस के कांतिभाई परमार ने 7,028 मतों के अंदर से हरा दिया.
पोरबंदर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढ़वडिया भाजपा के मंत्री बाबुभाई बोखिरिया से 1,855 मतों के अंतर से चुनाव हार गए.