नई दिल्ली। भारत आज अपना 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है और इस मौके पर 10 आसियान देशों के नेताओं की मौजूदगी में देश के सैन्य कौशल और सांस्कृतिक विविधता की झलक पेश की जाएगी. गणतंत्र दिवस परेड में सेना के जवान मार्च पास्ट निकालेंगे और उनके हाथ में आसियान का झंडा भी होगा. परेड में कई राज्यों, मंत्रालयों, आकाशवाणी और अन्य समेत 23 झांकियां राजपथ की शान बढ़ाएंगी.
आसियान देशों में थाइलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, म्यामां, कंबोडिया, लाओस और ब्रूनेई शामिल हैं. यहां भारत-आसियान सम्मेलन में शामिल होने आए आसियान देशों के नेता गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि हैं. पहली बार इस परेड में बीएसएफ की महिला जवानों की मोटरसाइकिल सवार टुकड़ी करतब दिखाएगी.
परेड में तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सलामी लेंगे. सेना के जवानों के हाथों में 10 आसियान देशों के झंडे भी होंगे. इसमें वायुसेना के कई विमानों के साथ एमआई-17 और रुद्र सशस्त्र हेलीकॉप्टर भी फ्लाईपास्ट करेंगे.
पहली बार परेड में आकाशवाणी की झांकी होगी जो 23 झांकियों की अगुवाई करेगी. आकाशवाणी की झांकी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक ‘मन की बात’ संबोधन की भी झलक होगी. गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए केंद्र सरकार ने देशभर के कई हिस्सों से आए करीब 61 आदिवासी मेहमानों को भी आमंत्रित किया है.
सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध
राष्ट्रीय राजधानी में आज 69वें गणतंत्र दिवस समारोहों के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किए गए हैं. हजारों सुरक्षाकर्मियों को किसी भी आतंकी हमले या अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैनात किया गया है. राजपथ से लाल किला तक आठ किलोमीटर लंबे परेड मार्ग पर नजर रखने के लिए मोबाइल हिट टीम, विमान-रोधी प्रणालियों और शार्पशूटर्स को तैयार रखा गया है.
ऊंची इमारतों पर शूटरों को तैनात किया गया है, वहीं बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरों की मदद से परेड मार्ग पर आवाजाही कर लोगों पर नजर रखी जा रही है. हवाई क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए विमान-रोधी बंदूकों सहित हवाई सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के 60,000 जवानों को मध्य दिल्ली में तैनात किया गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी हमले को रोकने या संदिग्ध तौर पर हवा में उड़ने वाली वस्तुओं की पहचान के लिए ड्रोन-रोधी तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. सुरक्षाकर्मियों ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अधिक महत्व वाले प्रतिष्ठानों को संवेदनशील स्थानों के रूप में चिन्हित किया है और उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं.
परिवर्तित मार्गों के प्रबंधन और गणमान्य लोगों को सुरक्षित तरीके से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए यातायात पुलिस ने 1500 कर्मियों की तैनाती की है. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सुबह 10.35 बजे से दोपहर के सवा बारह बजे तक किसी भी वाणिज्यिक विमान का परिचालन नहीं किया जाएगा.