नई दिल्ली : 70 करोड़ के काले धन को सफेद करने के मामले में दिल्ली के वकील रोहित टंडन को आखिर ईडी की पकड़ में आ ही गया. बता दें कि छापेमारी के दौरान रोहित टंडन के दफ्तर से 13.65 करोड़ रुपए बरामद किए गए थे.तब से ही वह फरार चल रहा था.ईडी की टीम उसे पकड़ने के लिए लगातार छापे मार रही थी.
गौरतलब है कि दिल्ली के वकील रोहित टंडन का कोलकाता के रियल एस्टेट कारोबारी पारसमल लोढ़ा और चेन्नई के कारोबारी शेखर रेड्डी से रिश्ता है.इस सफेदपोश वकील के बारे में ईडी को सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ने पर जानकारी मिली.दरअसल सबसे पहले वकील शेखर रेड्डी के दिल्ली दफ्तर पर छापा पड़ा जिसमें करीब 13.65 करोड़ की नकद राशि मिली. इस मामले में छानबीन करते जांच एजेंसियां चेन्नई के कारोबारी और हवाला ऑपरेटर शेखर रेड्डी तक पहुंची, रेड्डी के घर से 170 करोड़ नकद मिले.
इस कड़ी में तीसरा नाम जुड़ा कोलकाता के रियल एस्टेट कारोबारी पारसमल लोढ़ा का. दरअसल लोढ़ा ही वो शख्स है जो रेड्डी और टंडन के पुराने नोट यानी काले धन को सफेद करने के काम में लगा था.लोढा को भागने से पहले ही पकड़ लिया.वहीं काले को सफेद करने के मामले में रोहित टंडन की मदद करने वाले कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर आशीष कुमार को भी कल गिरफ्तार कर लिया गया है.
पेशे से वकील रोहित टंडन लॉबिंग का भी काम करता है. इसके पिता पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के जज रह चुके हैं. 6 अक्टूबर को इनकम टैक्स के छापे के बाद रोहित टंडन ने 125 करोड रुपये की संपत्ति घोषित की थी. यही नहीं 21 दिन पहले भी इनकम टैक्स ने इसी व्हाइट हाउस में छापा मारकर 1 करोड 25 लाख के नए नोट पकड़े थे.