सेक्स के दौरान योनि से नेचुरल तरल पदार्थ निकलता है जिसे योनि रस, योनि का पानी और वेजाइनल वाटर (Vaginal water) कहते हैं लेकिन जब लोगों के मन में इसको लेकर कई प्रकार के सवाल होते है जैसे की ओरल सेक्स के दौरान योनि का पानी पीना सुरक्षित होता है, लड़की की योनि को जीभ से चाटने समय निकलने वाले पानी को पीने के फायदे तथा नुकसान क्या है, क्या योनि का पानी पीना सही है, और योनि का पानी क्या होता है यह क्यों निकलता है इन सब सवालों के जावाब आपको इस लेख में मिल जायेंगे।
यौन संबंध बनाना हर रिलेशनशिप में प्यार बनाए रखने के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। अगर पार्टनर्स के बीच आपसी सहमति और प्यार से यौन संबंध बनाए जाते हैं तो यह परम आनंद की अनुभूति करवाता है। ओरल सेक्स (oral sex) भी सेक्स का एक प्रकार होता है जिससे महिला और पुरुष दोनों को समान रुप से आनंद की अनुभूति होती है। ओरल सेक्स पर्याप्त संतुष्टि प्रदान करता है और सेक्स करने की 69 पॉजिशन में दोनों पार्टनर्स एक साथ ओरल सेक्स कर सकते हैं।
पुरुष जब महिलाओें के साथ ओरल सेक्स करते हैं तो उन्हें चरम सीमा तक सुख की अनुभूति होती है जिसे देखना पुरुषों के लिए भी आनंददायक होता है। ओरल सेक्स करते समय महिला के जननांगों से पानी निकलाता है, महिलाओं की वेजाइना से निकलने वाला पानी वेजाइनल वाटर होता है जिसे वेजाइनल डिस्चार्ज (Vaginal water) कहते हैं। इस डिस्चार्ज की एक अलग ही गंध होती है लेकिन यह अक्सर बुरी नहीं होती है।
बहुत बार अगर इस डिस्चार्ज के कारण पुरुष योनि चूसना बंद कर देते हैं तो सेक्सुअल आनंद (sexual pleasure) खत्म हो जाता है। अक्सर पुरुषों के मन में यह संशय होता है कि कहीं योनि का पानी उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो नहीं हैं ? कहीं योनि का पानी पीने से कोई नुकसान तो नहीं होता है? ऐसा सोचकर पुरुष अक्सर योनि का पानी नहीं पीते और इससे ओरल सेक्स (oral sex) का मजा खराब हो जाता है।
इस आर्टिकल में हम आपके इस संशय को दूर करने जा रहे हैं और बताने जा रहे हैं कि योनि का पानी पीने से क्या होता है। आइए जानते हैं कि योनि का पानी पीने से जुड़ी कुछ बातें।
महिलाओं की वेजाइना में मौजूद तरल (fluid) योनि का पानी कहलाता है। योनि का पानी तब निकलता है जब ओरल सेक्स करते हैं। महिलाओं की वेजाइना ग्रंथि से प्राकृतिक रुप से यह वेजाइनल डिस्चार्ज होता है। यह तरल पानी की तरह होता है बस इसका रंग थोड़ा सफेद (light white) होता है और यह हल्का गाढ़ा होता है इसलिए योनि का पानी भी कहा जाता है।