राजधानी में 13 नवंबर से सम-विषम फॉर्मूला लागू होने की घोषणा होते ही शुक्रवार को सीएनजी स्टेशनों पर स्टीकर लेने के लिए लोगों की लंबी कतारें लग गईं। आलम ऐसा था कि स्टीकरों को लेकर लोगों में मारामारी और कहासुनी की स्थिति पैदा हो गई।
अधिकतर स्टेशनों पर स्टीकर वितरित करने के दौरान अव्यवस्था दिखी। दिलचस्प बात यह रही कि जिन लोगों को सीएनजी नहीं भरवानी थी उन लोगों को भी लाइन में लगाकर स्टीकर दिए गए, जिस कारण लाइन लंबी होती गई।
13 नवंबर से 17 नवंबर तक पांच दिन चलने वाले सम-विषम फॉर्मूले के मद्देनजर राजधानी में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) के 23 सीएनजी स्टेशनों पर सीएनजी वाहनों के लिए स्टीकर वितरित किए गए।
इन स्टेशनों में सराय काले खां, सीजीओ कांप्लेक्स, नरेला मेगा, धीरपुर, रोहिणी, शकरपुर, जेल रोड, जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर, द्वारका सेक्टर 20, द्वारका सेक्टर 12, नेलसन मंडेला मार्ग, आरके पुरम सेक्टर 10, सीआरआरआई, सरिता विहार, उद्यान मार्ग, सीलमपुर, नंद नगरी, सीबीडी शाहदरा, विवेक विहार, पटपडग़ंज मेगा, मयूर विहार, नाएडा सेक्टर 71 और गोविंदपुरी ए ब्लॉक शामिल हैं। इस दौरान कंपलाइंस प्लेट और आरसी के बिना किसी भी वाहन पर स्टीकर नहीं लगाए गए।
स्टीकर वितरित होने का सिलसिला दोपहर दो बजे शुरू हुआ। इसके लिए स्टेशनों पर करीब डेढ़-दो घंटे पहले से ही वाहनों की कतारें लगनी शुरू हो गईं। इस दौरान सीएनजी कारों और अन्य छोटे वाहन चालकों को लंबी लाइनों के कारण काफी देर तक परेशानी झेलनी पड़ी।
स्टीकर वितरण का पहला दिन होने के कारण सीएनजी स्टेशनों पर लोग अपने कामकाज छोड़कर सीएनजी स्टीकर लगवाने पहुंचे। उद्यान मार्ग स्थित सीएनजी स्टेशन पर पहुंचे सोमेश वर्मा ने बताया कि वह मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत हैं और उनकी कार में सीएनजी फुल है, इसके बावजूद उन्हें स्टीकर लगवाने के लिए सीएनजी भरवाने वाले वाहनों की कतार में लगना पड़ा।
उन्होंने बताया कि स्टेशन स्टाफ भी लोगों की मदद नहीं कर रहा है, इस कारण स्टेशन पर अव्यवस्था की स्थिति है। इनके अलावा केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक राकेश का कहना था कि वह इस स्टेशन से ही हमेशा सीएनजी गैस लेते हैं, इसके बावजूद उन्हें लंबी कतार में लगना पड़ा।