भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के अध्यक्ष जे.सत्यनारायण ने मंगलवार को आधार कार्ड की सुरक्षा व निजता से संबंधित तमाम चिंताओं को दूर किया। उन्होंने कहा, “सुरक्षा तथा निजता को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि इसे ध्यान में रखते हुए इसे बनाया गया है।”
सत्यनारायण ने दावा किया कि आधार अधिनियम तथा इससे संबंधित नियमों का निर्माण आंकड़ों की सुरक्षा व निजता को सुनिश्चित करता है। उन्होंने यहां तेलंगाना सरकार के आधिकारिक वॉलेट टी-वॉलेट को लॉन्च करने के मुद्दे पर ये बातें कहीं। आईडीएआई के अध्यक्ष ने कहा कि आधार की निजता व सुरक्षा को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, “इस देश के नागरिकों को इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इसका कितने अच्छे तरीके से और कितना लाभ उठाया जाए तथा इसे और अधिक दक्ष तथा उत्पादक बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।”
अधिकारी की यह टिप्पणी आधार के आंकड़ों की निजता तथा सुरक्षा को लेकर सेंटर फॉर इंटरनेट एंड सोसायटी (सीआईएस) की उस रिपोर्ट के मद्देनजर आई है, जिसमें कहा गया है कि 13.5 करोड़ भारतीयों की आधार संख्या तथा व्यक्ति सूचनाएं आधिकारिक पोर्टल से लीक हो सकती हैं। अधिकारी ने कहा कि 128 करोड़ की आबादी में से 115 करोड़ से अधिक लोगों को आधार कार्ड जारी किया जा चुका है। 98 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी के पास आधार संख्या है।
अविभाजित आंध्र प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी सचिव रह चुके तथा इलेक्ट्रॉनिक सर्विस डिलिवरी प्लेटफॉर्म ईसेवा जैसी पहल की शुरुआत करने वाले सत्यनारायण ने ई-वॉलेट लॉन्च करने के लिए तेलंगाना की सराहना की। उन्होंने आधार, मोबाइल फोन तथा बैंकों को शक्तिशाली संयोजन करार देते हुए कहा कि इस ओर काफी विकास हुए हैं।