मोदी सरकार का यह फैसला बुरी खबर लेकर आया है। जिसका नुकसान करोड़ों पीएफ मेंबर्स उठाएंगे।केंद्र सरकार ने पब्लिक प्रॉविडेंट फंड यानी पीपीएफ पर ब्याज दर घटा दी है। वर्तमान में यह दर 7.6 प्रतिशत कर दी गई है। पहले यह दर 7.8 थी।
पीपीएफ पर इंटरेस्ट रेट में कटौती ईपीएफ पर भारी पड़ सकती है। इसके बाद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन जब ईपीएफ पर इंटरेस्ट तय करने बैठेगा तो उस पर पीपीएफ पर इंटरेस्ट रेट और ईपीएफ पर इंटरेस्ट रेट के बीव संतुलन बनाने का दबाव होगा।
बता दें कि इस बदलाव के बाद पीपीएफ ओर ईपीएफ का इंटरेस्ट रेट का गैप बढ़कर 105 बेसिस प्वाइंट हो गया है।
ईपीएफओ ऑफिस सूत्रों के अनुसान इंटरेस्ट रेट कम करने का खामियाजा करोड़ों पीएफ मेंबर्स को कम इंटरेस्ट रेट के तौर पर उठाना पड़ सकता है ।
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