नईदिल्ली: नोटबंदी के बाद जनता बेहद परेशान है। ऊपर से देश के सबसे बड़े बैंक ने भी लोगों को बड़ा झटका दिया है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक से 10 करोड़ रुपए की मियादी जमाओं पर ब्याज दर में 1.9 प्रतिशत तक की कटौती कर दी। नोटबंदी के बाद जमा में हुई भारी बढ़ोतरी के बाद बैंक ने ब्याज दर में कमी की है।
गुरुवार से नई जमा दरें हो गई हैं लागू
देश के सबसे बड़े बैंक SBI द्वारा जमा दर में कटौती कर्ज पर लगने वाले ब्याज में कमी का संकेत हो सकता है। SBI की वेबसाइट के अनुसार बैंक ने एक से 10 करोड़ रुपये की मियादी जमाओं पर ब्याज दरों में कटौती की है। नई दरें गुरुवार से प्रभावी हो गई हैं।
ये हैं संशोधित जमा दरें
संशोधित दर के तहत 180 से 210 दिन के लिए जमा पर ब्याज दर अब 1.90 प्रतिशत कम होकर 3.85 प्रतिशत रह गई है, जो पहले 5.75 प्रतिशत थी। वहीं सात दिन से 45 दिन की अवधि के लिए मियादी जमा पर ब्याज दर में 1.25 प्रतिशत की कटौती की गई है। इस कटौती के बाद ब्याज दर 3.75 प्रतिशत हो गई है। इससे पहले, SBI ने एक करोड़ रुपये से कम की जमा राशि पर ब्याज दर में 0.15 प्रतिशत तक की कटौती की थी।
दूसरे बैंक भी तैयारी में
उम्मीद है कि एसबीआई के बाद अब दूसरे बैंक भी डिपॉजिट दरें घटाएंगे। पिछले दिनों 1 करोड़ रुपये से कम डिपॉजिट पर भी दरें घटीं है। तो साफ है कि अगर आप बैंक में डिपॉजिट कराना चाहते हैं तो जल्दी करिए।
बैंकों ने नोटबंदी के बाद एफडी पर ब्याज घटाना शुरू कर दिया है। बल्कि डिपॉजिट के बाद बारी आएगी छोटे डिपॉजिट की जहां दरें घटेंगी। अभी ज्यादातर बैंक सालभर के एफडी पर 7 फीसदी के करीब ब्याज दे रहे हैं। इसीलिए इसे एफडी कराने का आखिरी मौका कहा जा रहा है।
बड़ी मात्रा में आ रहा पैसा
इस मुद्दे पर बात करते हुए एसबीआई के एमडी पी के गुप्ता ने कहा कि डिमॉनिटाइजेशन की वजह से एसबीआई के पास बड़ी मात्रा में डिपॉजिट आ रहा है। डिपॉजिट के साथ-साथ काफी लोन री-पेमेंट भी हो रहे हैं।
दूसरी तरफ क्रेडिट ग्रोथ हो नहीं रही है। बैंकों के पास ज्यादा पैसा होने के बावजूद इसको कहीं लगाने के विकल्प नहीं है। पैसे लगाने के विकल्प अभी न होने से बैंक के पास आने वाले पैसे फिक्स डिपॉजिट में कनवर्ट हो सकने की संभावना को देखते हुए डिपॉजिट रेट में कटौती करना जरूरी हो गया था।