RPower Shares अनिल अंबानी के ग्रुप की रिलायंस पावर ने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर के लिए गारंटर के तौर पर 3872 करोड़ रुपये के पूरी देनदारी चुका दी है। रिलायंस पावर के मुताबिक अब बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस का कोई बकाया नहीं है। इस साल 2024 में रिलायंस पावर के शेयरों में करीब 42 फीसदी की तेजी आई है। एक साल का निचला स्तर 15.53 और उच्च स्तर 38.07 रुपये है।
एशिया के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों के दिन फिरने के आसार दिख रहे हैं। अनिल अंबानी की रिलायंस पावर (RPower Shares) के शेयरों में लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट लगा है। यह बुधवार को 5 फीसदी के अपर सर्किट के साथ 32.97 रुपये (Reliance Power Share Price) पर पहुंच गया। इसने पिछले 6 महीने में 42 और एक साल में 72 फीसदी का रिटर्न दिया है।
रिलायंस पावर के शेयरों में उछाल क्यों
दरअसल, रिलायंस पावर ने 17 सितंबर को अपनी पूर्व सहायक कंपनी विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (वीआईपीएल) से जुड़े 3,872.04 करोड़ के बड़े कर्ज के निपटान की घोषणा की है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, VIPL का RPower के कंसालिडेटेड रेवेन्यू में योगदान सिर्फ 0.11 फीसदी (8.73 करोड़ रुपये) है।
पिछले वित्त वर्ष में VIPL के पास 3,086.29 करोड़ रुपये की नकारात्मक शुद्ध संपत्ति थी। यह 19 सितंबर, 2024 से RPower की सहायक कंपनी नहीं रहेगी। इसका पॉजिटिव RPower की बैलेंस सीट पर दिखेगा। इस एलान के बाद कंपनी के शेयरों में बड़ा उछाल देखने को मिला है।
रिलायंस पावर को मिला है बड़ा कॉन्ट्रैक्ट
रिलायंस पावर ने रिन्यूबल एनर्जी की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। उसने 11 सितंबर को 500 मेगावॉट/1,000 मेगावॉट प्रति घंटा बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) के लिए कांट्रैक्ट हासिल किया है। कंपनी को सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) से भी ऑर्डर मिला है। इसने देश की ऊर्जा भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए ई-रिवर्स नीलामी (ईआरए) आयोजित की थी।
इस ऑक्शन में रिलायंस पावर ने प्रति माह प्रति मेगावॉट 3.819 लाख रुपये के शुल्क की बोली लगाई थी। अन्य बोलीदाताओं में अवाडा एनर्जी, एक्मे क्लीनटेक, जेनसोल और इंडिग्रिड शामिल थीं।