राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने रेलवे को निर्देश दिया कि वह सख्ती से उन लोगों पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाए जो रेल पटरियों पर कचरा फेंकते हैं. इसके साथ ही एनजीटी ने रेलवे से कहा कि वे पटरियों पर कूड़ा डालने वालों के खिलाफ प्रभावी तरीके से कार्रवाई भी करे.
एनजीटी अध्यक्ष स्वतंत्र कुमार की पीठ ने कहा, ”रेल पटरियों के पास झुग्गियां हैं और स्थाई भवन भी हैं. क्यों, आप उन्हें पटरियों पर कचरा फेंकने की अनुमति देते हैं. क्यों, आप ऐसे घरों से किसी व्यक्ति को पटरियों पर कचरा फेंकने से नहीं रोकते हैं.”
एनजीटी ने कहा, ”नई दिल्ली से सब्जी मंडी स्टेशन तक कई इमारतें हैं, जो रोजाना कचरा फेंकते हैं. आप, उन्हे क्यों नहीं रोकते. अगर आप सख्ती से उन पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाएं तो वे ऐसा फिर से करने की जुर्रत नहीं करेंगे.”
कचरा फेंकने के लिए लगाया जुर्माना
अधिकरण ने यह भी निर्देश दिया कि वे अपराधियों की एक सूची पेश करे जिन पर पटरियों पर कचरा फेंकने के लिए अब तक जुर्माना लगाया गया है.
रेलवे की तरफ से उपस्थित अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल पिंकी आंनद ने पीठ को आश्वासन दिया कि पटरियों को साफ करने का काम सतत चलने वाला है और सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम इसका उल्लंघन करने वाले सभी लोगों के खिलाफ जरुरी कार्रवाई कर रहा है.