दिल्ली के ख्याला में कथित तौर पर दूसरे धर्म की लड़की से प्रेम करने के चलते मार डाले गए अंकित सक्सेना के मामले में कई नए खुलासे हुए हैं. सबसे अहम सवाल का जबाव भी मिल गया है कि जब अंकित और शहजादी के बीच प्रेम प्रसंग चार साल से चल रहा था, फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि शहजादी के घरवालों ने अंकित की हत्या कर दी.
दरअसल शहजादी हाल ही में बालिग हुई है और अंकित और शहजादी जल्द ही शादी करने की योजना बना रहे थे. गिरफ्तार कर लिए गए शहजादी के पिता ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि घटना वाले दिन शहजादी घर से बाहर निकली और दरवाजा बाहर से बंद कर घरवालों यह कहकर चली गई कि वह अंकित से शादी करने जा रही है.
शहजादी के अंकित से शादी करने का एलान करने के चलते ही शहजादी के पिता आगबबूला हो उठे. पहले घरवालों ने शहजादी की तलाश की, लेकिन जब वह कहीं नहीं मिली तो वे सीधा अंकित के घर पहुंच गए. शहजादी की मां सबसे पहले अंकित से उलझ पड़ीं. फिर शहजादी के पिता, मामा और नाबालिग भाई ने मिलकर अंकित के साथ मारपीट की.
अंकित के साथ मारपीट का शोर सुनकर अंकित के माता-पिता भी घर से बाहर निकल आए. आस-पास के लोग भी इकट्ठा हो गए. अंकित ने पुलिस को बुलाने या पुलिस थाने चलने की बात भी कही. लेकिन शहजादी के परिजनों पर बदला लेने का भूत सवार था और वे अंकित की हत्या कर भाग गए.
एक ही मोहल्ले में रहते थे अंकित, शहजादी के परिवार
जानकारी के मुताबिक, शहजादी का परिवार भी पहले अंकित के मोहल्ले में ही रहता था और इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम हुआ. लेकिन शहजादी के परिवार वालों को शहजादी का दूसरे धर्म के लड़के से प्रेम करना रास नहीं आया और वे इसी के चलते मोहल्ला छोड़कर कहीं और शिफ्ट हो गए.
लेकिन अंकित और शहजादी का प्रेम फीका नहीं पड़ा. करीब एक साल पहले शहजादी के घरवालों ने उसकी शादी भी तय कर दी थी, लेकिन शहजादी ने वह रिश्ता तोड़ दिया. शहजादी का परिवार अब जिस मोहल्ले में रहता है, वहां आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि शहजादी और उसी इलाके में रहने वाले उनके कुछ रिश्तेदार भी घर बंद कर कहीं चले गए हैं.
पड़ोसियों के मुताबिक, शहजादी लोगों से ज्यादा मिलती-जुलती नहीं थी और कई बार घर के अंदर से उसके साथ मारपीट की आवाजें भी आती थीं. लेकिन बात इतनी बड़ी हो जाएगी, किसी ने सोचा भी नहीं था. शहजादी की मां शहनाज अपने पुराने मोहल्ले रघुबीर नगर में ब्यूटी पार्लर चलाती थीं. अंकित की हत्या के बाद से पार्लर बंद है.
हत्या से चंद मिनट पहले का अंकित का वीडियो
पार्लर के लिए दुकान किराए पर देने वाले दुकान के मालिक विनोद के मुताबिक, पिछले 9 साल से शहनाज़ यहां पार्लर चला रही थी. उसका काम भी अच्छा चलता था. परिवार की सुरक्षा को देखते हुए विनोद ने एहतियातन पार्लर खाली करवा दिया है और सारा सामान शहनाज़ की बहन के यहां भेज दिया है. विनोद की पत्नी ने बताया कि शहजादी भी अक्सर मां के साथ आती रहती थी.
बहरहाल शहजादी को उसके रिश्तेदारों के साथ दिल्ली से बाहर भेज दिया गया है. शहजादी ने बताया कि उसके पिता उसकी अंकित से शादी से मना कर रहे थे और उसे आगे पढ़ाई करने के बारे में बोलते रहते थे.
देखते रहे लोग, ई-रिक्शा चालक ने की मदद
अंकित की हत्या में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. हमले से घायल अंकित जमीन पर गिर गया और कई मिनटों तक तड़पता रहा. लेकिन कोई भी उसे बचाने आगे नहीं आया. आरोपियों ने अंकित की मां को भी पीटकर अधमरा कर दिया था. एकतरफ अंकित तड़प रहा था तो दूसरी तरफ उसकी मां वहीं बेहोश पड़ी थीं.
अंकीत के पिता बेटे को अस्पताल ले जाने के लिए गुहार लगा रहे थे, लेकिन किसी ने मदद के लिए हांथ बढ़ाने की कोशिश नहीं की. अंकित की मां ने बताया कि उनके बेटे को कोई बचाने नहीं आया.
अंकीत के पिता ने भी पुलिस के बताया अंकित को अस्पताल पहुंचाने के लिए वह गुहार लगा रहे थे, लेकिन किसी ने हांथ नहीं बढ़ाया, तभी मौके से गुजर रहे एक ई-रिक्शा वाले ने मदद की और अंकित को अस्पताल पहुंचाया गया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हालांकि हत्या के बाद लड़की के मामा को मौके से भागते वक्त कुछ दूरी पर लोगों ने पकड़ लिया. लेकिन बाकी आरोपी फरार हो गए. पूछताछ में खुलासा हुआ कि लड़की का परिवार कोलकाता का रहने वाला है और सभी आरोपी वहीं भागने की ताक में थे. पुलिस की 15 टीमों ने सभी आरोपियों को पकड़ा.
गिरफ्तार आरोपियों में तीनों बालिगों को जुडिशल कस्टडी में भेज दिया गया है, जबकि एक नाबालिग आरोपी को जुवेनाइल होम भेज दिया गया है. रविवार को अंकित के परिवार वालों ने हरिद्वारा में अंकित का अंतिम संस्कार कर दिया.