प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आतंकियों के निशाने पर हैं। लंदन में बैठे कुछ कश्मीरी आतंकियों ने दोनों बड़े नेताओं की हत्या की साजिश रची है। कश्मीर से एक दर्जन से अधिक आत्मघाती आतंकियों को लखनऊ की ओर भेजा गया है। सेंट्रल इंटेलीजेंस और खुफिया विभाग से मिले इनपुट के बाद यूपी पुलिस के आइजी सिक्योरिटी ने बरेली सहित सभी जिलों के डीएम और एसएसपी को अलर्ट किया है।
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कश्मीर से उप्र भेजे गए आतंकी
खुफिया विभाग के इनपुट के मुताबिक, दोनों बड़े नेताओं को टारगेट करने के लिए कश्मीर से आत्मघाती आतंकियों और स्लीपर सेल का दस्ता भेजा गया है, जो मार्च के आखिरी सप्ताह में कश्मीर से लखनऊ के लिए रवाना हुआ। अप्रैल में इनके दिल्ली और उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की सूचना है। इनपुट के बाद वीआइपी और अतिविशिष्ट व्यक्तियों के मूवमेंट और कार्यक्रमों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
पहले भी निशाने पर रहे हैं पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आतंकी संगठनों के निशाने पर आने का मामला पहले भी सामने आ चुका है। हाल ही में लखनऊ और कानपुर में पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ में भी यह बात सामने आई थी। पीएम मोदी के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में खुफिया एजेंसी ने सतर्कता और बढ़ा दी है।
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फैक्ट फाइल
- 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पटना में चुनाव रैली से ठीक पहले आतंकी विस्फोट।
- अक्टूबर 2016 में लखनऊ में विजयदशमी कार्यक्रम में शामिल होने आए प्रधानमंत्री की रैली से ठीक पहले कम तीव्रता के धमाके हुए थे।
- दिसंबर, 2015 में जयपुर में पकड़े गए आइएस के मोटीवेटर के पास से मिले ई-मेल और वाट्सएप ग्रुप में प्रधानमंत्री को टारगेट किए जाने का पर्दाफाश हुआ था।