समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव ने इच्छा जाहिर कहते हुए कहा कि वे चाहती हैं कि उनके बेटे प्रतीक यादव भी राजनीति में आएं.
एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में साधना ने कहा, “नेताजी ने मुझे राजनीति में नहीं आने दिया. हां लेकिन पर्दे के पीछे से मैं काम करती रही. अब मैं पॉलिटिक्स में नहीं आना चाहती. हां चाहती हूं कि मेरे बेटे प्रतीक यादव राजनीति में जरुर आएं.”
गौरतलब है कि प्रतीक यादव कई बार कह चुके हैं कि उनका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है और वे अपने बिज़नेस से खुश हैं. उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है. प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव इस बार लखनऊ की कैंट विधानसभा से चुनाव लड़ रही हैं.
इस लड़की की दिल की धड़कने सुनाई ही नहीं दिखाई भी देती हैं!
पिछले दिनों परिवार में मचे कलह के दौरान उन पर लगे आरोपों को लेकर उन्होंने कहा, “परिवार में जो कुछ भी हुआ काफी दुखद था. मैं इसके लिए किसी पर दोषारोपण नहीं करना चाहती. लेकिन झगड़े के लिए मुझे जिम्मेदार बताना गलत है.”
“मैं उस परिवार में पली बढ़ी, जहां मेरे पापा कहते थे कि किसी को भी अपने अच्छे कार्यों का गुणगान नहीं करना चाहिए, लेकिन अब वक्त बदल गया है.”
अखिलेश यादव से बातचित पर साधना ने कहा, पिछले पांच सालों की तुलना में 1 जनवरी से उनकी बात अखिलेश से ज्यादा हुई है. मैं चाहती हूं कि हमारी पार्टी जीते और अखिलेश फिर से मुख्यमंत्री बनें.”
मुलायम सिंह को लेकर उन्होंने कहा, “ चाहे कुछ भी हो किसी को भी नेताजी का अपमान नहीं करना चाहिए. आखिर उन्हीं ने समाजवादी पार्टी की स्थापना की और इसे सींच कर यहां तक लेकर आए.”
शिवपाल यादव पर उन्होंने कहा, “ शिवपाल यादव का बहुत अपमान हुआ. उनका अपमान नहीं होना चाहिए था. शिवपाल की कोई गलती नहीं थी. उन्होंने नेताजी और पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है.”
साधना ने आगे कहा, “मुझे नहीं पता अखिलेश को किसने गुमराह किया. लेकिन अखिलेश बागी हो जाएगा ये किसी ने भी नहीं सोचा था. अखिलेश नेताजी और मेरा बहुत सम्मान करते हैं.”