अमेरिका में अदाणी पर 2100 करोड़ रुपये रिश्वत देने का आरोप लगा, जिसका सीधा असर बृहस्पतिवार को बाजार पर दिखा। खुलते ही बाजार औंधे मुंह गिर गया। इससे लखनऊ के निवेशकों व ट्रेडरों के 190 करोड़ रुपये डूब गए। अदाणी के शेयरों से निवेशकों के पोर्टफोलियो रेड हो गए। डर का माहौल बन गया है। 11 महीने में यह दूसरा मौका है, जब निवेशकों व ट्रेडरों को अदाणी के शेयरों ने झटका दिया है।
बीती जनवरी में अमेरिका के हिंडनबर्ग की ओर से अदाणी के खिलाफ रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसके बाद अदाणी के शेयर 50 प्रतिशत तक टूट गए थे। इस रिपोर्ट के आने के बाद बाजार में गिरावट का दौर शुरू हुआ, जो कई दिनों तक बना रहा। अमाया शेयर ट्रेडिंग कंपनी के ब्रोकर अरुण मिश्र ने बताया कि इसमें लखनऊ के निवेशकों व ट्रेडरों को तकरीबन 480 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया था।
अदाणी ग्रुप फिर सुर्खियों में आ गया है। अदाणी पर लगाए गए आरोपों से बृहस्पतिवार को बाजार में गिरावट आई। बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 423, निफ्टी फिफ्टी 168, बैंक निफ्टी 254 पॉइंट गिर गया। मिडकैप, स्मॉलकैप, फार्मा, इंफ्रा सहित सभी सेक्टरों में गिरावट देखने को मिली। अदाणी इंटरप्राइजेज 22 प्रतिशत, अदाणी पोर्ट्स 13 प्रतिशत सहित सभी स्टॉक्स गिरे।
अदाणी ग्रुप की कंपनियों में लखनऊ वासियों का भी खासा पैसा लगा है। लिक्विडिटी होने के कारण इनमें ट्रेडिंग भी बहुत होती है। ग्रो ब्रोकरेज फर्म में काम कर रहे अलौकिक दीक्षित ने बताया कि बृहस्पतिवार को अदाणी ग्रुप की कंपनी में निवेश व ट्रेडिंग करने वालों का लखनऊ में अकेले करीब 190 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आने वाले दिनों में अदाणी ग्रुप की कंपनियों में और गिरावट देखने को मिल सकती है।