प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के वाराणसी दौरे पर हैं. दूसरे दिन वाराणसी किसानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता वोटबैंक नहीं विकास है. दूसरे दिन पीएम को कार्यक्रम की शुरुआत शहंशाहपुर में स्वच्छता अभियान और पशु आरोग्य मेला से हुई.
पीएम मोदी ने कहा, “इन पांच सालों में हमें भारत को वैसा देश बनाना है जैसा हमारे फ्रीडम फाइटर्स ने सोचा था.”
पीएम मोदी ने कहा, “इन पांच सालों में हमें भारत को वैसा देश बनाना है जैसा हमारे फ्रीडम फाइटर्स ने सोचा था.”
उन्होंने स्वच्छता अभियान पर जोर देते हुए कहा कि स्वच्छता मेरे लिए पूजा है. सफाई गरीब भारत की सेवा का एक तरीका है. उन्होंने कहा कि शहंशाहपुर के लोगों ने गांव को ओडीएफ (ओपन डेफिकेशन फ्री) बनाने का संकल्प किया है. उन्होंने कहा कि गांव के लोग 2 अक्टूबर के बाद खुले में शौच नहीं करेंगे.
बता दें कि पशुधन आरोग्य मेले का आयोजन पशुओं के स्वास्थय की जांच के लिए किया गया है. इस मेले में 1700 से ज्यादा जानवरों को लाया गया है और वेटनरी एक्सपर्ट उनकी जांच कर रहे हैं.
वोट बैंक के बारे में नहीं सोचताः पीएम
मैं दूसरी मिट्टी का बना हूं. मैं वोट बैंक के बारे में नहीं सोचता. मेरे लिए मेरा देश पार्टी से ज्यादा महत्वपूर्ण है. हमारे लिए सरकार का मतलब राजनीति या चुनाव जीतना नहीं है. हमारी प्राथमिकता देश की भलाई है. हमारा देश दूध का बड़ा उत्पादक है लेकिन अन्य दूध उत्पादक देशों की तुलना में हमारा प्रोडक्शन कम है. पशु आरोग्य मेले की मदद से हम अपने जानवरों के स्वास्थ्य का अच्छे से ख्याल रख सकते हैं, जिससे वह बेहतर और ज्यादा दूध दे सकेंगे. यह आखिर में देश के विकास में मदद करेगा.
स्वच्छता ही सेवा
स्वच्छता पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा. “हममें से कोई भी गंदे वातावरण में रहना पसंद नहीं करता है. स्वच्छता हमारा अंतिम लक्ष्य होना चाहिए. यह हर परिवार और हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है. ज्यादातर बीमारियां गंदगी की वजह से ही फैलती हैं. स्वच्छ भारत का मतलब स्वस्थ भारत है.” उन्होंने कहा कि स्वच्छता के जरिए ही देश की सेवा की जा सकती है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता को स्वभाव बनाना जरूरी है.