बड़ी खबर: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं का पर्दाफाश करने के लिए उठाया सबसे बड़ा कदम

लखनऊ: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद आज इलाहाबाद में अपनी कार्यकारिणी की बैठक में देश के फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी करेगी. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में देश के सभी 13 अखाड़े शामिल हैं, जिसमें लाखों की संख्या में साधु-संत हैं. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने से कहा, ‘काफी दिनों से फर्जी बाबाओं के द्वारा बलात्कार, शोषण और देश की भोली-भाली जनता को ठगने की खबरें आती रही हैं. कई बाबाओं के खिलाफ देश की अदालतें भी फैसला दे चुकी हैं. ऐसे में हिंदू धर्म और संत समाज की बदनामी होती है. इसलिए परिषद ने ये फैसला लिया है कि वह स्वयं फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी कर दे, ताकि जनता उनसे सचेत रहें.’बड़ी खबर: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं का पर्दाफाश करने के लिए उठाया सबसे बड़ा कदम

ये भी पढ़े: क्या आपका बैंक खाता आधार से लिंक है? ऑनलाइन चेक करें स्टेटस – स्टेप बाय स्टेप गाइड

उन्होंने यह भी बताया कि अखाड़ा परिषद की इस पहल को लेकर आसाराम के कथित समर्थकों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है. अखाड़ा परिषद की कार्यकारिणी में सभी अखाड़ों के दो-दो सदस्य हैं. ये 26 सदस्य मिलकर फर्जी बाबाओं की सूची बनाएंगे. पहली सूची परिषद की आज इलाहाबाद में हो रही मीटिंग में जारी की जाएगी. इसके बाद लगातार कई सूचियां आएंगी. अखाड़ों का ऐसा विश्वास है कि 7 अखाड़ों की स्थापना आदि-शंकराचार्य के द्वारा की गई थी. जिनमें महानिर्वाणी, निरंजनी, जूना, अटल, आवाह्ऩ, अग्नि और आनंद अखाड़ा शामिल हैं.

ये भी पढ़े: कुछ तो शिष्टाचार रखो, इंसान हो, मानव हो’: पीएम मोदी पर विवादित ट्वीट के लिए शिवराज

मुगल काल में और बाद में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान भी सारे अखाड़े समय-समय पर और विशेषकर अर्धकुंभ और कुंभ के दौरान इकट्ठा होकर हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए संकल्प लेते रहे हैं. अभी भी कुंभ में अखाड़े सबसे बड़ा आकर्षण होते हैं. इनमें अखाड़ों और नागा साधुओं का शाही स्नान विशेष आकर्षण का केंद्र होता है. करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु इस दौरान इनसे मिलने आते हैं.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि परिषद की कोशिश यह है कि 2019 में होने वाले अगले अर्धकुंभ में फर्जी बाबाओं के प्रवेश पर रोक लगाई जाए.

 

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com