अनंतनाग : आमतौर पर विद्रोहियों द्वारा कहा जाता रहा है कि जम्मू कश्मीर के लोग भारतीय सेना से असंतुष्ट रहते हैं और यहां पर सेना द्वारा कथिततौर पर हिंसा की जाती है लेकिन जब अनंतनाग के पंचपोरा ग्राम में शहीद जवान की पार्थिव देह पहुंची तो ग्रामीण उमड़ आए। सभी ने भारतीय सेना के शौर्य की सराहना की और बड़े पैमाने पर लोगों द्वारा शहीद जवान का मातम मनाया गया। लगभग हर घर से मातम मनाने के लिए लोग उमड़ आए।
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मिली जानकारी के अनुसार लांस नायक मोहिउद्दीन राठेर को हजारों लोगों ने विदाई दी। शहीद का कोफीन जहां से भी निकला सभी ने उनकी शहादत को नमन किया। विभिन्न मार्गों से होते हुए मोहिउद्दीन राठेर का कोफिन मस्जिद पहुंचा। यहां पर राष्ट्रीय राइफल्स के अधिकारियों की उपस्थिति में नमाज ए जनाजा अता की गई और फिर शहीद की देह को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। राठेर की पत्नी शाहजादा अख्तर को सांत्वना दी गई। भारतीय सेना के प्रमुख बिपिन रावत ने भी राठेर को श्रद्धांजलि व्यक्त की।
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गौरतलब हे कि बीते माह ही राठेर के पुत्र आहिल का जन्मदिन था। उनके बेटे का पहला जन्मदिन मनाया गया था, मगर गुरूवार को शोपियां में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वे शहीद हो गए। दरअसल जब उनका काफिला लौट रहा था तब आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। ऐसे में उनके दो साथी और शहीद हो गए। हमले वाले क्षेत्र से उनका घर करीब 25 किलोमीटर दूर है।