पंजाब और गोवा में चुनावी मतदान हो गया लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी प्रचार में नही आई। इसकी वजह उनकी खराब सेहत बताई जा रही है। इसकी एक और वजह है कि राहुल गांधी को पूरी तरह से मुख्यधारा में लाने की कोशिश भी बताई जा रही है।
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जानकारी के मुताबिक यह भी बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी पंजाब और गोवा में सोनिया 1-2 रैली करना चाहती थी लेकिन अपनी खराब तबियत की वजह नही जा सकी। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने सोनिया गांधी का नाम अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी रखा था।
इसके बाद बाकी रहा रायबरेली-अमेठी में प्रचार की जिम्मेदारी की होगी और प्रदेश भर में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ही कांग्रेस का परचम लहराएंगे। राहुल भले ही उपाध्यक्ष हों लेकिन अनौपचारिक तौर पर उनको अध्यक्ष की भूमिका दी जा चुकी है बस औपचारिक तौर पर घोषणा करनी बाकी है। ऐसे में 1998 के बाद यानी 18 साल बाद के ये चुनाव होंगे जब सोनिया की भूमिका सीमित होगी और गांधी परिवार की अगली पीढ़ी यानी राहुल और प्रियंका अब सोनिया की भूमिका निभा रहे होंगे
समाजवादी पार्टी की ओर से यह प्रस्ताव दिया गया है कि सोनिया गांधी मुलायम सिंह यादव के साथ 1-2 जगह मंच शेयर करें। लेकिन सोनिया के रणनीतिकारों के अनर्गत यह संभव नहीं है। सोनिया की तबीयत अभी ठीक नहीं है लेकिन यह भी बताया जा रहा है कि सबकुछ ठीक रहा तो सोनिया परंपरा के तहत रायबरेली में सभा को संबोधित कर सकती हैं, क्योंकि इससे पहले भी सोनिया ऐसा करती रही हैं।