ककरमत्ता रेलवे क्राॅसिंग पर अंडरपास और मंडुवाडीह पुरानी क्राॅसिंग पर नया फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा। रेलवे की ओर से सात करोड़ से अंडरपास और पांच करोड़ रुपये से एफओबी का टेंडर हो चुका है। दोनों कार्यों की डिजाइन तैयार कराई जा रही है। अंडरपास और एफओबी बन जाने से यातायात का दबाव कम होगा।
रेलवे फाटक बंद होने के बाद पिछले तीन साल से अंडरपास बनाए जाने की मांग चल रही थी। ककरमत्ता फ्लाईओवर बनने से पहले रेलवे क्राॅसिंग से ही लोगों की आवाजाही होती थी। फ्लाईओवर बनने के बाद से ककरमत्ता रेलवे क्राॅसिंग के फाटक को रेलवे ने पूरी तरह से बंद करवा दिया गया। ऐसे में लोगों को ककरमत्ता फ्लाईओवर और मंडुवाडीह चौराहा से महमूरगंज फ्लाईओवर होकर आवाजाही करनी पड़ती है। ककरमत्ता से पाॅपुलर अस्पताल के बीच अंडरपास बनाए जाने की डिजाइन तैयार हो रही है।
रेल अधिकारियों के अनुसार, मंडुवाडीह पुरानी क्राॅसिंग के पास पांच करोड़ की लागत से फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा। इस एफओबी के बनने से मंडुवाडीह और महमूरगंज के लोगों के लिए सुलभ साधन होगा। इस व्यवस्था से रोजाना आवाजाही करने वालों को बड़ी सहूलियत होगी।
महाकुंभ से पहले पूरा कराएं निर्माणाधीन सड़कों का काम
महाकुंभ से पहले जिले में निर्माणाधीन सड़कों का काम पूरा करना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दौरे पर निर्माणाधीन सड़कों का काम हर हाल में 31 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक सड़कों का काम पूरा नहीं हुआ है। इधर, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी ने शहर में पैचवर्क का काम शुरू कर दिया है। वहीं, मंडुवाडीह पर चौड़ीकरण का काम भी रुक गया है। यहां भी पीडब्ल्यूडी ने पैचवर्क के नाम पर खानापूरी कर दी है।
शहर की सड़कों की बात करें तो कैंट से लंका मार्ग, वरुणापुल से लहुराबीर मार्ग होते हुए तेलियाबाग, साजन सिनेमा चौराहे से तेलियाबाग तिराहा तक, विश्वेश्वरगंज अलईपुर मालगोदाम मार्ग, रथयात्रा से गोदौलिया मार्ग, गोदौलिया से अस्सी-लंका-बीएचयू मार्ग, कमच्छा से गुरुबाग मार्ग, सिगरा महमूरगंज मार्ग, रथयात्रा-भुल्लनपुर मार्ग, हुकुलगंज-पांडेयपुर मार्ग, मिंट हाउस से कक्कड़ पेट्रोल पंप तक की सड़कों की मरम्मत कराई जानी है।
सड़कों के अलावा फुटपाथ की मरम्मत, बिजली व्यवस्था और क्षतिग्रस्त नालियों को भी ठीक किया जाना है।लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केके सिंह ने बताया कि सड़क मरम्मत का काम कराया जाएगा। मंडुवाडीह से लंका मार्ग पर गिटि्टयां डालकर तारकोल से पैचवर्क का काम शुरू करा दिया गया है। शहर के अन्य इलाकों की सड़कों की भी मरम्मत कराई जाएगी।
बीएचयू-लहरतारा, कैंट से मोहनसराय मार्ग के निर्माण की रफ्तार धीमी
बीएचयू-लहरतारा मार्ग का चौड़ीकरण काम भी तेजी से नहीं हो रहा है। इससे यहां भी समय से काम पूरा होने की उम्मीद नहीं है। पिछले सप्ताह हुई समीक्षा बैठक में पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने इस पर तर्क दिया था कि भिखारीपुर तिराहे से बीएचयू गेट तक जल निगम की पाइपलाइन शिफ्टिंग न करने से निर्माण कार्य बाधित हो रहा है। इस पर जल निगम के अभियंता के साथ ही निर्माण कार्य में देरी पर पीडब्ल्यूडी के अभियंता को नोटिस जारी हुआ था।
शहर की 6 सड़कों पर सभी सुविधाएं होंगी भूमिगत
मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्टस्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम (सीएम ग्रिड योजना) के तहत शहर की छह सड़कों पर सभी सुविधाएं भूमिगत की जाएंगी। इससे इन सड़कों की बार-बार कटिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके बेहतर परिणाम मिलने पर शहर की अन्य सड़कों का भी इसी तरह से कायाकल्प नगर निगम कराएगा।
इस योजना के तहत 47.84 करोड़ रुपये की लागत से शहर की 6 सड़कों को चमकाया जाएगा।इसके तहत बनने वाली सड़कों में केबल लाइन, बिजली के तार, पानी की पाइप सहित कई सुविधाओं को भूमिगत किया जाएगा। भूमिगत नाली का निर्माण किया जाएगा। फुटपाथ, स्ट्रीट लाइट, सड़कों के ऊपरी सर्फेस अंतरराष्ट्रीय स्तर के होंगे।
सड़कों के किनारे पौधरोपण की व्यवस्था की जाएगी। इन सुविधाओं को प्रदान करने के बाद सड़कों पर बार-बार रोड कटिंग नहीं करनी होगी। इसे पूरा करने 18 महीने का समय लगेगा। इन सड़कों के निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि सड़कों को बनाते समय 7 प्रतिशत प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग किया जाएगा।
इन सड़कों का होगा कायाकल्प
तिलक की मूर्ति से भारत सेवाश्रम संघ तक 610 मीटर की सड़क बनेगी। इसकी लागत 12.26 करोड़ है। गोलघर चौराहा से एलटी काॅलेज तक 241 मीटर सड़क बनेगी। इसकी लागत 4.33 करोड़ है। घंटी मिल से सिगरा थाना तक 250 मीटर सड़क बनेगी। इसकी लागत 5.48 करोड़ है। सिगरा चौराहे से औरंगाबाद तक 1100 मीटर सड़क बनेगी। इसकी कुल लागत 13.15 करोड़, सुंदररपुर मुख्य मार्ग से मुंशी पार्क वाया चेरियल हास्पिटल तक 470 मीटर सड़क बनेगी। इसकी लागत 6.54 करोड़ है। रविदास गेट से ट्राॅमा सेंटर तक 545 मीटर सड़क बनेगी। इसकी लागत 6.98 करोड़ रुपये है।
बोले अधिकारी
सीएम ग्रिड योजना के तहत कार्य का शिलान्यास हो चुका है। इस काम को पूरा होने में 18 महीने का समय लगेगा। 2026 में ये सड़कें चमाचम हो जाएंगी। यहां पर सभी सुविधाएं भूमिगत की जाएंगी। – मोइनुद्दीन, मुख्य अभियंता, नगर निगम
टेंडर हो चुका है। दोनों कार्य की डिजाइन अंतिम चरण में है। डिजाइन फाइनल होते ही काम शुरू करा दिया जाएगा। – अशोक कुमार, पीआरओ, पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल