कश्मीर दौरे से लौटाए जाने के बाद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए दावा किया कि वहां उन्हें उस बर्बरता का अहसास हुआ जिसको कश्मीरी झेल रहे हैं। राहुल की इस बात की अब पाकिस्तान में चर्चा होने लगी है। उनके ट्वीट को वहां की न्यूज वेबसाइट प्रमुखता से दिखा रही हैं।
पाकिस्तान के मंत्री तक राहुल को इजाजत न मिलने को मुद्दा बना रहे हैं। कश्मीर में हालात को लेकर पाकिस्तान का मीडिया और इमरान सरकार के मंत्री फर्जी खबरों के आधार पर दुष्प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में राहुल गांधी के ऐसे बयानों से पाकिस्तान के प्रॉपेगैंडा को बल मिलता है।
‘कश्मीरियों पर क्या बीत रही, चला पता’
खुद को एयरपोर्ट से वापस भेजे जाने की घटना पर रविवार को राहुल ने ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर के लोगों की आजादी और नागरिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाए हुए 20 दिन हो चुके हैं।
विपक्ष के नेताओं और प्रेस को प्रशासनिक क्रूरता और जम्मू-कश्मीर के लोगों पर किए जा रहे बल के बर्बर प्रयोग का अहसास हुआ, जब हमने शनिवार को श्रीनगर जाने की कोशिश की। ट्वीट के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक विडियो भी शेयर किया। इसमें दिख रहा है कि वह अधिकारियों को बताने का प्रयास कर रहे थे कि उन्हें राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आमंत्रण दिया था।
https://twitter.com/RahulGandhi/status/1165590570951069696
विडियो में राहुल कहते दिख रहे हैं कि सरकार ने, गवर्नर ने उन्हें बुलाया था। सरकार कह रही थी कि सब नॉर्मल है, लेकिन अगर सब नॉर्मल है तो मुझे जाने क्यों नहीं दे रहे? हम किसी भी एरिया में जाने को तैयार हैं, अगर यहां 144 लागू है तो हम जेल जाने को भी तैयार हैं।
कुछ दिन पहले राहुल ने कहा था कि सरकार भले दावा कर रही हो लेकिन राज्य में स्थिति सामान्य नहीं है। उनके इस बयान पर मलिक ने कहा था कि उनका दौरा कराने के लिए वह एक विमान भेजेंगे। राहुल मीडिया से बात कर रहे हैं और उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतिनिधिमंडल के साथ गए मीडियाकर्मियों से बदसलूकी और मारपीट की गई।
प्रियंका भी हुईं हमलावर
विपक्ष के दौरे को अनुमति नहीं मिलने के एक दिन बाद रविवार को प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर एक विडियो पोस्ट किया, जिसमें श्रीनगर से आ रही उड़ान में एक महिला राहुल गांधी को वहां लोगों को हो रही परेशानियों के बारे में बता रही थीं। उन्होंने वीडियो के साथ ट्वीट किया, ‘कब तक यह चलता रहेगा? यह लाखों लोगों में एक हैं, जिन्हें चुप करा दिया गया और राष्ट्रवाद के नाम पर कुचल दिया गया।’
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘विपक्ष पर जो लोग इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगा रहे हैं, कश्मीर में लोकतांत्रिक अधिकारों को ताक पर रखने से ज्यादा कुछ भी राजनीतिक या राष्ट्रदोह नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘यह हम सबका कर्तव्य है कि हम इसके खिलाफ आवाज उठाएं । हम ऐसा करने से नहीं रुकेंगे।’
MotiLal Nehru’s great grand son Jawaharlal Nehru Grand son Indian Nat Congress ex president Rahul Gandhi disallowed to enter his ancestors Home #Kashmir shows how RSS and Nazi philosphy has captured #ModiIndia #Shame pic.twitter.com/7aynkI4LrA
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) August 25, 2019
पाकिस्तान को मिला मौका
राहुल वाले घटनाक्रम और ताजा ट्वीट से पाकिस्तान को कश्मीर पर बोलने का एक और मौका मिल गया। राहुल के ट्वीट वाली खबर को वहां की न्यूज साइट प्रमुखता से चला रही थी। रविवार को ही इमरान सरकार में मंत्री फवाद हुसैन ने लिखा, ‘मोतीलाल नेहरू के परपोते, जवाहरलाल नेहरू के पोते, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके पूर्वजों के यहां नहीं जाने दिया गया। यह दिखाता है कि किस तरह आरएसएस और नाजी विचारधारा ने इंडिया पर कब्जा कर लिया है।’ यहां फवाद ने गलती कर दी। राहुल गांधी जवाहरलाल नेहरू के परपोते हैं।