भाजपा के प्रति वफादारी का सुभाष बराला को इनाम मिला है। बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने से खुशी का माहौल है।
हरियाणा बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को भारतीय जनता पार्टी द्वारा हरियाणा से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया है। इसको लेकर फतेहाबाद में भी खुशी का माहौल है। समर्थकों ने पार्टी आलाकमान के निर्णय का स्वागत किया है। आलाकमान ने बराला को पार्टी के प्रति वफादारी का इनाम दिया है। सुभाष बराला ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की, जिसके बाद वे भूना शुगर मिल के चेयरमैन भी बने थे।
बराला को सीएम मनोहर लाल ने भी बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हरियाणा भाजपा के समर्पित एवं कर्मठ सिपाही तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का नाम राज्यसभा प्रत्याशी के लिए मनोनीत किए जाने पर उन्हें लड्डू खिलाकर बधाई दी। केंद्रीय नेतृत्व के इस निर्णय पर मैं उनका हार्दिक धन्यवाद करता हूं।
इस उपरांत रामबिलास शर्मा के प्रदेश अध्यक्ष रहते बराला ने प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी निभाई। वही, सुभाष बराला ने वर्ष 2009, 2014 व 2019 का विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर लड़ा था। सुभाष बराला वर्ष 2014 में टोहाना से जीतने के बाद पहली बार विधायक बने। इसके बाद, पार्टी द्वारा बराला को हरियाणा बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। हालांकि वर्ष 2019 में सुभाष बराला को मनोहर सरकार में कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने करीब 52000 वोटों से हराया था।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी होने, संघ और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में मजबूत पकड़ के चलते हरियाणा सरकार ने हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो का उन्हें अध्यक्ष बनाया। करीब 3 महीने पहले उन्हें हरियाणा किसान प्राधिकरण बोर्ड का भी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सुभाष बराला मुख्यमंत्री मनोहर लाल व प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी के करीब भी माने जाते हैं।
इसलिए पार्टी द्वारा उन पर विश्वास जताते हुए राज्यसभा को उम्मीदवार बनाया गया है। इससे पहले, बराला ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में अहम जिम्मेदारी निभाई थी। बराला वर्तमान में हिसार लोकसभा के प्रभारी के तौर पर कार्य कर रहे है।