पाकिस्तान की जेल में कैद देश के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने स्वास्थ्य के आधार पर जमानत के लिए फिर इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। इससे पहले पाकिस्तान की शीर्ष अदालत ने स्थायी जमानत के लिए दाखिल की गई उनकी पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी थी।
सर्वोच्च न्यायालय से मिली छह हफ्ते की जमानत अवधि समाप्त होने के बाद वह सात मई को वापस लाहौर की कोट लखपत जेल चले गए थे। अब उनके वकील ख्वाजा हैरिस ने स्विट्जरलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन और पाकिस्तान के चिकित्सकों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए नए सिरे से उच्च न्यायालय में जमानत याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि पूर्व पीएम नवाज़ शरीफ कई बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिससे उनकी जान को खतरा है।
वकील ने अदालत से कहा कि नवाज़ शरीफ का उपचार जेल में मुमकिन नहीं है इसलिए उन्हें जमानत दे दी जाए। उल्लेखनीय है कि नवाज़ शरीफ और उनका परिवार भ्रष्टाचार के तीन मामलों में फंसा हुआ है। लंदन में आलीशान फ्लैट से सम्बंधित मामले में शरीफ को 11 वर्ष और अल अजीजिया स्टील मिल मामले में सात वर्ष कैद की सजा सुनाई गई थी। वहीं फ्लैगशिप इंवेस्टमेंट मामले में उन्हें बरी कर दिया गया था।