नई दिल्ली: एसएससी प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट 12 मार्च को मामले की याचिका की सुनवाई करेगी. वहीं अब इस मामले की गूंज संसद में भी सुनाई दी है. लोकसभा में जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
इससे पहले कर्मचारी चयन आयोग ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश करने का निर्णय लिया था. एसएससी प्रमुख असीम खुराना ने एक बयान में कहा था कि कथित पेपर लीक के विरोध में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला और एक ज्ञापन सौंपा जिसमें छात्रों ने एसएससी पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की, जिसके बाद उन्होंने सीबीआई जांच की सिफारिश का फैसला किया.
बता दें कि छात्रों ने 17 से लेकर 22 फरवरी तक आयोजित हुई परीक्षा में प्रश्नपत्रों के लीक होने के मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी. बयान में कहा गया कि आयोग ने 21 फरवरी को हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र-1 के प्रश्न लीक होने से जुड़े आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से करने पर सहमति जताई है.
दिल्ली में एसएससी दफ्तर के बाहर लंबे समय से चल रहे छात्रों के इस प्रदर्शन को अब अन्ना हजारे का साथ भी मिल गया है. रविवार को अन्ना हजारे सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे और विरोध प्रदर्शन में शामिल एसएससी छात्रों से मुलाकात की. इससे पहले तिवारी ने प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी और एसएससी अभ्यर्थियों की चिंताओं के बारे में उनको जानकारी दी. सैकड़ों छात्र एसएससी कार्यालय के बाहर 27 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस मामले में स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने भी छात्रों का साथ देते हुए पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि मैं बहुत दुखी हूं कि जब देश में लोग होली खेल रहे थे तब हमारे युवा अपने भविष्य की चिंता में प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं ABVP के प्रतिनिधि मंडल ने भी एसएससी के चेयरमैन असीम खुराना से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा था.