टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और मौजूदा लोकसभा सांसद गौतम गंभीर ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। इस पूर्व बल्लेबाज ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट को फिर से शुरू करने के विचार का पुरजोर विरोध किया है। समाचार एजेंसी से बात करते हुए गंभीर ने कहा कि, पाकिस्तान जब तक सीमा पर आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता तब तक भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘क्रिकेट बहुत छोटी चीज है, सेना की जिंदगी हमारे लिए ज्यादा मायने रखता है।’
बाएं हाथ के पूर्व सलामी बल्लेबाज का मानना है कि पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद के कारण जम्मू-कश्मीर में गोलियां खाने वाले सैनिकों के लिए बोलना प्रत्येक भारतीय की नैतिक जिम्मेदारी है। गंभीर ने कहा, ‘वे हमारी रक्षा के लिए अपनी जान दे देते हैं। कम से कम हम उनके साथ खड़े तो हो ही सकते हैं।’ गंभीर यहीं नहीं रुके, उन्होंने इतना तक कहा कि भारतीय क्रिकेटरों को देश के लिए खेलने के लिए अच्छा-खासा भुगतान किया जाता है। मगर सैनिक देश की निस्वार्थ रूप से रक्षा करते हैं।
बकौल गंभीर, ‘मैंने देश के लिए खेलते हुए और जीतकर किसी पर कोई उपकार नहीं किया है, लेकिन किसी ऐसे व्यक्ति को देखें, जो सियाचिन या पाकिस्तान सीमा पर हमारा बचाव कर रहा है और थोड़े से पैसे लेकर ही अपनी जान जोखिम में डाल रहा है। असल में तो वही हमारे देश के सबसे महान नायक हैं।’ मालूम हो कि भारत और पाकिस्तान की टीमें सिर्फ आइसीसी और एसीसी टूर्नामेंट्स में ही एक-दूसरे से भिड़ती हैं।
मगर दोनों देशों के बीच पिछले करीब एक दशक से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेली गई है। दोनों टीमों के बीच होने वाले मुकाबले का फैंस को बेसब्री से इंतजार रहता है। दोनों टीमों के बीच जब भी क्रिकेट मैच खेला जाता है तो रोमांच अपने चरम पर होता है। स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा होता है। दर्शकों के बीच एक अलग जोश दिखता है।