जयपुर में सलमान खान की फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ का विरोध हो रहा है. कुछ लोगों ने जयपुर के राज सिनेमाहॉल के बाहर तोड़फोड़ की है. ये सारा फसाद एक्टर के वाल्मीकि समाज पर गई आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़ा है. इसी की वजह से यह तोड़फोड़ हो रही है. प्रदर्शनकारियों ने सलमान खान के पुतले भी जलाए और उनके खिलाफ नारेबाजी की. आइए जानते हैं क्यों हुआ विवाद…
विरोध कर रहे लोगों ने सिनेमाहॉल में लगा फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ का होर्डिंग्स हटाकर उसे तोड़ा. आगरा और मुरादाबाद में भी फिल्म का विरोध हो रहा है. इससे पहले मामले में नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल ट्राइब ने नोटिस जारी कर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और दिल्ली-मुंबई के पुलिस कमिश्नर्स से 7 दिन में जवाब मांगा है. उधर, वाल्मीकि समाज का कहना है कि पब्लिकली गलत शब्द का इस्तेमाल करने से हमारे समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है. इस बात से गुस्साए वाल्मीकि समाज ने केस दर्ज कराकर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
क्या है मामला: दरअसल, सलमान खान ने अपनी फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ के प्रमोशन के दौरान नेशनल टीवी पर अपने डांस स्टाइल को कथित तौर पर जातिसूचक करार दिया था. एक्टर का यह पुराना वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसकी वजह से वह मुसीबत में फंस गए. शिल्पा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बयान दिया था कि वे घर में ‘खास तरह’ की तरह ड्रेसअप करती हैं. वाल्मीकि समाज एक्शन कमिटी दिल्ली ने दर्ज शिकायत की कॉपी अपने फेसबुक पेज पर शेयर की है.
इस मामले में सलमान खान के खिलाफ वाल्मीकि समाज ने केस दर्ज कराया है. उनका आरोप है कि पब्लिकली गलत शब्द का इस्तेमाल करने से हमारे समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है.
राजस्थान में प्रदर्शन के दौरान लोगों का गुस्सा इतना ज्यादा था कि उन्होंने सिनेमाघर के बाहर लगे पोस्टर को भी फाड़ दिया. पुलिस मामले पर नजर बनाए हुए है.
इससे पहले शिवसेना और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने भी टाइगर जिंदा है को मराठी फिल्म से ज्यादा स्क्रीन्स देने का आरोप लगाया था. दोनों संगठनों ने कहा था कि वो फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे. हालांकि महाराष्ट्र में फिल्म की रिलीज से जुड़े किसी तरह के विवाद सामने नहीं आए हैं.