सपा में जारी जंग के बीच एक बड़ी खबर आ रही है। सपा में जारी जंग के बीच पार्टी के बड़े नेता की हार्ट अटैक से मौत हो गई है।
आगरा छावनी विधान सभा के सपा प्रत्याशी शिवपाल टपलू की हार्ट अटैक से मौत हो गई। सुबह उन्हें हार्ट अटैक पड़ा, सपाई और परिजन उन्हें दिल्ली लेकर जा रहे थे। मथुरा से कोसी के बीच में सपा प्रत्याशी शिवपाल टपलू की मौत हो गई. इसकी जानकारी होते ही काफी संख्या में लोग ताजगंज स्थित उनके घर पहुच गए हैं ।
टपलू मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव दोनों के ही काफी करीबी माने जाते थे , और छावनी के मुसलमानों में बीच काफी अच्छी पकड़ रखते है, इस का असर इस बात से लगाया कि छावनी के मुस्लिम इलाक़ो इंतिक़ाल की खबर आग की तरह फ़ैल गयी, बुध को प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की थी। इसमें आगरा की छावनी विधान सभा सीट से सपा प्रत्याशी शिवपाल टपलू प्रत्याशी घोषित किये गए थे. इससे पहले भी उन्हें आगरा की छावनी विधान सभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया था।
शहर में बुध को मुलायम सन्देश यात्रा पहुची थी. गुरुवार को सन्देश यात्रा शहर में घूमती, इसके लिए रात को सपा कार्यालय पर बैठक में आगरा की छावनी विधान सभा सीट से सपा प्रत्याशी शिवपाल टपलू भी शामिल हुए थे। गुरुवार सुबह आठ बजे उनकी तबीयत बिगड गयी, परिजन उन्हें लेकर उपाध्याय हॉस्पिटल लेकर पहुचे, यहाँ से डॉक्टर ने दिल्ली ले जाने के लिए कह दिया। परिजन और सपाई उन्हें लेकर दिल्ली जा रहे थे। मथुरा से कोसी के बीच में उनकी मौत हो गई। इसकी जानकारी होते ही लोग उनके घर पहुचने लगे। खातिर हुसैन उर्फ़ मुन्ना सर ने कहा कि चन्द्रसेन टपलू सियासी के साथ साथ एक समाजी इंसान थे, टपलू ने छावनी के मुस्लिम इलाक़ो में बहुत काम करवाया, मुस्लिम इलाक़ो में पीने के पानी की कमी को देखते हुए १०० से ज़्यादा समर सिबिल पम्प लगवाये, ये तारीख है मुस्लिम इलाक़ो में किसी भी लीडर ने इतना काम कभी नहीं किया, जबकी इस इलाके में दो मुस्लिम विधायक भी रहे उस वक़्त भी इन मुस्लिम इलाक़ो में काम नहीं हुआ, टपलू मुसलमानो से बेहद मोहब्बत थी, वह सबके अज़ीज़ थे।