हैदराबाद। IS आतंकियों से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार युवकों के समर्थन में उतरे एमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वह देश की इबादत नहीं करते, लेकिन जरूरत पड़ी तो देश के लिए जान देने से पीछे भी नहीं हटेंगे।
उन्होंने आईएस को इस्लाम विरोधी करार देते हुए सीरिया जाने वालों को कायर बताया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांचों युवकों को पार्टी कानूनी मदद मुहैया कराएगी। साथ ही यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी आतंकवाद का समर्थन नहीं करती है। हैदराबाद के सांसद ने कहा कि उन्होंने वकील को कानूनी सहायता मुहैया कराने का निर्देश दिया है।
IS के मॉड्यूल को ध्वस्त किया
यहां की ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में जमातुल विदा के मौके पर जमा भीड़ को ओवैसी ने संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से यह लिखित में देने के लिए कहा है कि 3-4 वर्षों में अगर युवक आरोप मुक्त हो जाते हैं तो उन्हें गिरफ्तार करने वाले अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाएगा।
हैदराबाद में बुधवार को पांच युवकों को गिरफ्तार करते हुए एनआईए ने इस्लामिक स्टेट ( IS ) के मॉड्यूल को ध्वस्त किया। एजेंसी ने कहा है कि पकड़े गए युवक धार्मिक स्थलों सहित भीड़ वाले इलाकों में बम विस्फोट करने की योजना बना रहे थे। पकड़े गए युवकों के परिजनों ने ओवैसी से मदद मांगी है।
देश छोड़कर नहीं जाएंगे मुसलमान
एमआइएम नेता ने कहा कि चाहे कुछ भी हो भारतीय मुस्लिम कभी अपना देश छोड़कर नहीं जाएंगे। अपने अधिकार की लड़ाई हम लड़ते रहेंगे, यहीं मर जाएंगे लेकिन कहीं और जाएंगे नहीं।
मांस फेंकने की खबर गलत
उन्होंने कहा कि मीडिया के कुछ हिस्सों में खबर दी गई है कि ये युवक मंदिर में मांस का टुकड़ा फेंकने वाले थे। एनआईए ने अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं किया है। 2010 में भी मंदिर में मांस फेंके जाने के बाद दंगा हुआ था और तब पुलिस ने पाया था कि यह काम संघ परिवार का था।
पुलिस हिरासत में सौंपे गए गिरफ्तार युवक
एनआईए की गिरफ्त में आए आईएस से जुड़े पांच युवकों को एक स्थानीय अदालत ने 12 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में सौंप दिया है। महानगरीय सत्र न्यायाधीश के राजकुमार ने शुक्रवार को एनआईए की अर्जी मंजूर कर ली और आरोपियों को 12 जुलाई को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया।
गिरफ्तार युवकों के नाम मोहम्मद इब्राहिम यजदानी उर्फ इब्बू, हबीब मोहम्मद उर्फ सर, मोहम्मद इलियास यजदानी, अब्दुल्लाह बिन अहमद अल अमूदी और मुजफ्फर हुसैन रिजवान हैं।