व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन पियरे ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन अर्थव्यवस्था के निर्माण के हमारे प्रयासों को जारी रखते हुए वर्तमान खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा चुनौतियों सहित भारत की G20 अध्यक्षता का समर्थन करने के लिए तत्पर हैं।
जी-20 की अध्यक्षता संभाल लेगा भारत
भारत गुरुवार से औपचारिक रूप से एक वर्ष के लिए दुनिया के आर्थिक रूप से संपन्न देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता संभाल लेगा। इस दौरान भारत के पास अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का अनूठा अवसर होगा। मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए जी-20 एक प्रमुख मंच है जो वैश्विक GDP का 85 प्रतिशत, दुनियाभर के कारोबार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।
अगले साल होगा जी-20 की बैठक
जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत देश के 55 स्थानों पर लगभग 200 बैठकों का आयोजन करेगा। जी-20 की शिखर बैठक का आयोजन अगले साल होगा जो भारत की मेजबानी में सर्वोच्च स्तर की बैठकों में से एक होगी। मालूम हो कि जी-20 की पहली बैठक दिसंबर के पहले हफ्ते में उदयपुर में होगी। इससे पहेल पीएम मोदी ने नवंबर माह की शुरुआत में भारत की अध्यक्षता में जी-20 का लोगो, थीम और वेबसाइट लांच की थी। इसके लोगो में कमल का फूल भारत की प्राचीन विरासत, आस्था और विचारधारा का प्रतीक है।
स्मारकों को किया जाएगा रौशन
भारत के जी-20 की अध्यक्षता संभालने के साथ ही एक हफ्ते के लिए यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइटों समेत केंद्र सरकार द्वारा संरक्षित सौ स्मारकों को रोशन किया जाएगा। इन स्मारकों में दिल्ली में हुंमायू का मकबरा व पुराना किला, गुजरात में मोढेरा सूर्य मंदिर, ओडिशा का सूर्य मंदिर, बिहार में शेरशाह का मकबरा व राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर व प्राचीन संरचनाएं एवं अन्य स्मारक, बंगाल की राजधानी कोलकाता में मेटकाफ हाल व मुद्रा भवन, गोवा में बेसिलिका आफ बाम जीसस व चर्च आफ लेडी आफ रोजरी, कर्नाटक में टीपू सुल्तान का महल व गोल गुंबज और मध्य प्रदेश में सांची बौद्ध स्मारक व ग्वालियर का किला शामिल हैं।