हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के बाद ही नए मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायड़ू से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री से पत्रकारों से बात करते हुए जानकारी दी कि पहले विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएंगे, उसके बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने के लिए भी समितियां बनेंगी। इन समितियों में दोनों पार्टियों के नेता शामिल किए जाएंगे।
मनोहर लाल की टीम में नए मंत्री कौन होंगे, इस पर मंथन और चिंतन जारी है। चूंकि इस बार सरकार पूरी तरह से भाजपा की नहीं है। नई सरकार में भाजपा के साथ-साथ जजपा और निर्दलीय विधायक भी उनके सहयोगी है। लिहाजा मंत्रीमंडल कागठन करना सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा के लिए एक ‘इम्तिहान’ से कम नहीं है। मंत्रियों के चयन के दौरान सहयोगी नाराज न हों और मंत्रियों का चयन भी तमाम फेक्टर को ध्यान में रखकर किया जाए, इसके लिए मोर्चा अब भाजपा हाईकमान ने संभाला है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, हरियाणा के प्रभारी अनिल जैन व सीएम मनोहर लाल के बीच मंत्रीमंडल को लेकर एक बार मंत्रणा भी हो चुकी है। इस मंत्रणा के दौरान भाजपा विधायकों की ओर से संभावित मंत्रियों के साथ-साथ जजपा और निर्दलीय विधायकों की ‘चाहत’ क्या है, इस पर भी चर्चा हुई है। लेकिन अभी चूंकि अमित शाह महाराष्ट्र में सरकार बनाने के मसले में व्यस्त है, इसलिए हरियाणा पर चर्चा एक बार फिर से होगी। फिलहाल मंत्री कौन बनेंगे इस पर अटकलों और कयासों का दौरान लगतार जारी है।