एक और ट्वीट में माल्या ने कहा, ‘मेरी बात की पुष्टि के लिए ये देखना होगा कि मेरी ब्रिटेन की संपत्ति को बेचा गया और इसकी कीमत की लगभग 50 फीसदी की बिक्री हो चुकी है। जो बची हुई संपत्ति हैं उसे बेचने से लीगल लागत भी वसूल नहीं हो पाएगी। तो ये सब किसलिए हो रहा है, ब्रिटेन के वकीलों को अमीर बनाने के लिए एएसबीआई को इसका जवाब देना चाहिए।’
माल्या ने कहा कि किसी और ने नहीं बल्कि खुद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रूप से एक इंटरव्यू में कहा है कि कथित तौर पर मैंने जितना पैसा सरकारी और निजी बैंकों से कर्ज लिया है, उनकी सरकार ने उससे ज्यादा वसूल लिया है, लेकिन उन्हीं बैंकों का अदालत में दावा अलग है। किस पर यकीन किया जाए? कोई एक तो झूठ बोल रहा है।’