लालपुर पांडेयपुर थाने के ड्राइवर यशवंत सिंह ने अपने लाइसेंसी असलहे से ऑन ड्यूटी खुद को गोली मार ली। गोली चलने की घटना सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। घायल सिपाही को अस्पताल भेजा गया जहां पर उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। लालपुर पांडेयपुर थाने में तैनात ड्राइवर यशवंत सिंह ने ड्यूटी के दौरान ही अपने असलहे से सिर में गोली मार ली। आनन -फानन उनको बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
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विभागीय सूत्रों के अनुसार छुट्टी से आने के बाद से ही ड्राइवर जसवंत सिंह परेशान थे और गोली मारने से पहले अपने बेटे को व्हाट्सएप पर संदेश भी भेजे हैं। विभागीय सूत्र बताते है उसमें इंस्पेक्टर के द्वारा छुट्टी न देने की बात लिखी हुई है। वह एक बेटे की बीमारी से भी वो कुछ समय के साथ परेशान थे। इसी 15 अप्रैल को छुट्टी लेकर अपने मूल आवास आजमगढ़ के मेंहनगर पवनी खुर्द गए थे। एक दिन पूर्व ही वह वापस आये थे। यहां पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में रहते थे। नाइट ड्यूटी में ही वह पहड़िया मंडी स्थित धर्म कांटा के समीप पहुंचे और नाइट अफसर सूर्यवंश यादव के द्वारा चाय पीने की बात को इंकार करते हुए सरकारी वाहन में रुक गए। सभी के जाने के बाद ड्राइविंग सीट पर बैठकर अपने लाइसेंसी असलहे से खुद को गोली मार ली। ट्रामा सेंटर में इनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
इस मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस टीम के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर जायजा लिया और परिजनों से बातचीत कर पूछताछ भी की है। दूसरी ओर गोली मारने की जानकारी होने के बाद परिजन भी पहुंच रहे हैं। इस मामले में पुलिस अधिकारियों की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान सुबह तक जारी नहीं किया गया था। इस बाबत परिजनों को जानकारी होने के बाद सुबह ही परिजन आजमगढ़ से रवाना हो गए और अस्पताल में आकर सेहत की जानकारी लेने के साथ ही पुलिस अधिकारियों के रवैये को लेकर रोष भी जताया।