उत्तर प्रदेश के लालगंज और रायबरेली में पुलिस कस्टडी के दौरान बेरहमी से पिटाई के चलते हुई दलित युवक की मौत के मामले में सियासी रोटियां सिकना शुरू हो गई हैं। राजधानी लखनऊ में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर कैसरबाग स्थित कलेक्ट्रेट ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारेबाजी की।
प्रदेश अध्यक्ष वैभव महेश्वरी ने कहा कि योगी सरकार के राज में उत्तर प्रदेश के दलितों का उत्पीड़न जारी है। लालगंज और रायबरेली में एक दलित युवक को पुलिस ने अवैध तरीके से तीन दिन तक कस्टडी में रखा और बेरहमी से पिटाई की। जिसके चलते उस दलित युवक की मौत हो गई। आगरा में दलित परिवार के पति, पत्नी और उसके बेटे की हत्या कर दी गई और शव को जलाने का प्रयास किया गया। प्रदेश के लखीमपुर में एक दलित बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म जैसी कई घटनाएं हो चुकी है। योगी सरकार दलितों की सुरक्षा और उनको न्याय दिलाने में नाकाम साबित हुई है।
बता दें, मंगलवार को भी आप कार्यकर्ताओं ने जीपीओ के समक्ष भी दलित उत्पीड़न को लेकर प्रदर्शन कर चुकी है। जिसमें कई लोगों को गिरफ्तारी के बाद देर शाम इको गार्डन से छोड़ दिया गया था। राजधानी लखनऊ में जीपीओ, हजरतगंज पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष वैभव महेश्वरी के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई
लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करना सभी का हक
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करना सभी का हक है। लेकिन योगी सरकार हमसे यह हक छीन रही है। लोकतंत्र के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी दलितों के साथ खड़ी है।