रूस के फरवरी के आखिर में यूक्रेन पर हमला करने के बाद से करीब नौ हजार यूक्रेनी सैनिक युद्ध में मारे गए हैं। यूक्रेन की सेना के प्रमुख जनरल वेलेरी जालुज्नी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अब भी युद्ध खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। जनरल वेलेरी जालुज्नी ने कहा कि यूक्रेन के कई बच्चों की देखभाल करने की जरूरत है, क्योंकि उनके पिता अग्रिम पंक्ति पर तैनात हैं और उनमें से करीब 9,000 नायक जान गवां चुके हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि निकोपोल में सोमवार को रूसी गोलाबारी में चार लोग घायल हो गए। नाइपर नदी पर बसे इस शहर में 12 जुलाई से रूसी हमले तेज होने के बाद हालात खराब हैं, यहां 850 इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं और उसकी करीब आधी आबादी शहर छोड़कर जा चुकी है। निकोपोल में अपने तबाह हो चुके चार मंजिला मकान के बाहर खड़ीं लीउदमाइला शिशकिना ने कहा कि मैं रूस से नफरत करती हूं।
यूक्रेन के लोगों का छलका दर्द
शिशकिना के मकान की एक भी दीवार नहीं बची है। 10 अगस्त को हुए विस्फोट में वह घायल हो गईं और उनके पति एंतोली की मौत हो गई। शिशकिना के बेटे पावलो ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध ने भी मेरे पिता को मुझसे नहीं छीना, लेकिन रूसी युद्ध ने उन्हें छीन लिया।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, रूस के 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई शुरू करने के बाद से 5,587 यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं, जबकि 7,890 अन्य लोग घायल हुए हैं। हालांकि, इस अनुमानित आंकड़े के असल आंकड़े से काफी कम होने की आशंका है।
972 यूक्रेनी बच्चे मारे गए या हुए घायल
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने सोमवार को बताया कि रूसी कार्रवाई शुरू होने के बाद से कम से कम 972 यूक्रेनी बच्चे मारे गए या घायल हुए। यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने बताया कि ये संयुक्त राष्ट्र द्वारा सत्यापित आंकड़े हैं लेकिन हमारा मानना है कि वास्तविक संख्या बहुत अधिक है।