राहुल ने कहा कि उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा, जो हाल में पार्टी में पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी नियुक्त की गई हैं, वे राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाएंगी। महासचिव होने के नाते एक तरह से उनकी राष्ट्रीय भूमिका ही है। अभी उन्हें एक जिम्मेदारी मिली है और सफलता पर दूसरी जिम्मेदारी मिलेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी के खिलाफ बने महागठबंधन को अराजक कहे जाने के आरोप को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष में एकजुटता से बीजेपी में मतभेद और बेचैनी की स्थिति दिखाई दे रही है, क्योंकि उसके वरिष्ठ नेता एक सुर में नहीं बोल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा गठबंधन से बाहर रखे जाने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी और सपा-बसपा के बीच कई मुद्दों पर वैचारिक सहमति है। लेकिन कांग्रेस यूपी या किसी अन्य राज्य में अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, मैंने अपने 15 साल के राजनीतिक करियर में ऐसी विपक्षी एकजुटता पहले कभी नहीं देखी। अगर मैं नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह या उनके पूरे नेतृत्व से बात करूं तो कोई आश्चर्य नहीं होगा कि मोदी के कामकाज की शैली पूरी तरह खारिज कर दी जाए। लिहाजा असल मतभेद तो भाजपा में है और उनमें यह भय है कि कहीं यह विभाजन सबके सामने न आ जाए।
राफेल विमान सौदे में कुछ न कुछ गलत हुआ है
राहुल गांधी ने कहा, मैं जानता हूं कि राफेल विमान सौदे में कुछ न कुछ गलत हुआ है। अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो हम विशेषज्ञों से इस रक्षा सौदे की जांच जरूर कराएंगे। अगर वे समझेंगे इसमें कुछ किया जाना चाहिए तो वैसे कदम उठाए जाएंगे। हालांकि मैं मानता हूं कि राफेल खराब एयरक्राफ्ट नहीं है।
राम मंदिर पर कोर्ट का फैसला मंजूर होगा
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, हम उस मुद्दे पर बिल्कुल नहीं बोलेंगे, क्योंकि इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला होगा उसे कांग्रेस पार्टी स्वीकार करेगी।
उन्होंने कहा कि तीन मुद्दों पर विपक्षी दल एक हैं। पहला किसानों के संकट को सुलझाना, दूसरा रोजगार और तीसरा हम मोदी जी व संघ को देश की संस्थाओं को नष्ट नहीं करने देंगे।