नई दिल्ली: बुधवार को राज्यसभा में ईवीएम छेड़छाड़ मुद्दे को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ. विपक्ष ने सरकार पर ईवीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया जिस पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बिहार और दिल्ली जीते तब ईवीएम अच्छी थी और अब बुरी हो गई. उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपनी हार स्वीकार करनी चाहिए.
ईवीएम मुद्दे पर राज्यसभा में हंगामा
नकवी ने कहा कि विपक्ष ऐसा नहीं करके जनादेश का अपमान कर रही है. उन्होंने कहा कि ईवीएम पर आरोप लगाकर विपक्ष जनता का अपमान कर रही है. बुधवार को जोरदार हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही साढ़े 11 बजे तक स्थगित कर दी गई. गौर हो कि यूपी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने सबसे पहले ईवीएम छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया था. उनके इस मुद्दे का यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी समर्थन किया था.
कांग्रेस ने भी ईवीएम मशीनों पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की
बीएसपी सुप्रीमो मायावती का समर्थन करते हुए कांग्रेस ने भी ईवीएम मशीनों पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की है. दूसरी तरफ सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि मायावती हार के बाद जनता का अपमान ना करे. मायावती ने मध्य प्रदेश के भिंड में ईवीएम मशीन के मुद्दे को उठाया जिसके बाद कांग्रेस ने भी इसका समर्थन कर दिया. सदन में इस हंगामे के बाद कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया. गौर हो कि बुधवार को ही राज्यसभा में जीएसटी बिल पेश होना है.
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केजरीवाल की चुनौती को चुनाव आयोग ने स्वीकार किया
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये चुनौती दी थी की उन्हें 72 घंटो के लिए ईवीएम मशीन दे दी जाए और वह बता देगें कि किस तरह से मशीन में छेड़छाड़ की जा सकती है. इसी का जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ने कड़ा फैसला किया है. ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ के लगातार आरोपों के बाद भी चुनाव आयोग यह मानने को राजी नहीं है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ऐसा कुछ हुआ है. इतना ही नहीं, चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की उस चुनौती को भी स्वीकार कर लिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि हमें 72 घंटे के लिए ईवीएम दे दो, बता देंगे ईवीएम कैसे टेंपर्ड की जाती है.