बिहार में जारी सियासी उठापटक के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने विधान परिषद चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों का नाम तय कर लिया है। आरजेडी ने अपने हिस्से की तीन सीटों के लिए मुंबई के व्यवसायी फारूख शेख, बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह और आरजेडी अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रामबली चंद्रवंशी को चुना है। इन सभी प्रत्याशियों ने विधानसभा जाकर आज अपना नामांकन दाखिल किया है।
तेजप्रताप ने बनाया था दबाव, शीर्ष नेतृत्व ने काट दिया पत्ता
विदित हो कि इसके पहले मंगलवार को बिहार विधान परिषद में आरजेडी के पांच सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा देकर जेडीयू का दामन थाम लिया। इस सियासी उठापटक के बीच लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव भी विधान परिषद में जाने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए थे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव में सामाजिक समीकरण के लिहाज से परिवार से किसी को दावेदार नहीं बनाने का फैसला किया।
मंगलवार को विधान परिषद में आरजेडी को बड़ा झटका लगा। परिषद में आरजेडी के पांच सदस्य दल-बदल कर जेडीयू में शामिल हुए।
जदयू के भी तीन एमएलसी प्रत्याशी तय
जदयू ने बिहार विधान परिषद की नौ सीटों के लिए हो रहे चुनाव के लिए अपने कोटे के तीनों प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं। जिन तीन पार्टी नेताओं को दल ने बिहार विधान परिषद में भेजने के लिए चुना है उनमें एक अल्पसंख्यक, एक महिला जबकि एक अत्यंत पिछड़ा समाज से हैं।
मंगलवार की दोपहर जदयू के राष्ट्रीय संगठन महासचिव व सांसद आरसीपी सिंह ने बताया कि जदयू की कोर कमेटी ने प्रत्याशियों के चयन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत किया था। हमारे नेता ने तीनों उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। प्रो. गुलाम गौस, कुमुद वर्मा और भीष्म साहनी जदयू कैंडिडेट होंगे।
विधान परिषद चुनाव के लिए अधिकारी प्रतिनियुक्त
इस बीच भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बिहार विधान परिषद के आसन्न निर्वाचन के लिए कोविड -19 को केंद्र में रख भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की तैनाती की गयी है। सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की।
मुख्य सचिव के निर्देश पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार को निर्वाचन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है। इस बारे में अविलंब समुचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।