कचनार एक ऐसा पौधा है जिसका उपयोग सब्जी के साथ-साथ औषधि में भी किया जाता है. इसका वानस्पतिक नाम बॉहिनिया वैरीगेबटा है. यह लेग्यूमिनोसी परिवार का पौधा है. बता दे कि इसका उपयोगी भाग पत्ता, फूल, छाल व जड़ होते हैं.
इसलिए आज हम आपको बताना जा रहे है कचनार के फायदों के बारे में जिनके जरिये आप कफ, दमा, खांसी, गैस, अपच, दस्त, भूख न लगना, खून साफ करने, दर्द व सूजन, त्वचा रोग जैसे कुष्ठ, दाद, खुजली, कृमि, वात रोग, जोड़ों का दर्द जैसे बीमारियों से छुटकारा पा सकते है. इसके अलावा आप इसके छाल का काढ़ा दूध के साथ प्रयोग कर सकते है. अगर आपको दांत या शरीर के किसी भी हिस्से से खून निकल रहा है, तो इसका काढ़ा पीना चाहिए.
अगर हाथ-पैरों में सूजन है तो आप इसके जड़ को पानी में पीस कर इसको गर्म कर दर्द और सूजन वाले स्थान पर लेप करने से आराम मिलता है. भूख न लगने पर आप इसकी कली का साग प्रतिदिन खाये, इसको खाने से भूख अच्छी तरह से लगती है. इसके अलावा कचनार की जड़ व कमल के पत्ते काे पीसकर उसका रस प्रयोग करने से दिमाग तेज होता है़ साथ ही स्मरण शक्ति बढ़ती है.