भारत में हार्ट अटैक की सबसे आम वजह अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन है. भारत में हर 4 व्यस्कों में से एक को अनियंत्रित ब्लड प्रेशर है. जीवनशैली में सुधार, खानपान में बदलाव और दवाइयां हाई ब्लड प्रेशर को घटा सकती हैं और उससे अन्य जुड़ी हुई स्थितियों के खतरे को कम कर सकती है. हाई ब्लड प्रेशर दिल की अन्य बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी रोग के खतरे को बढ़ा सकता है. सेहतमंद ड्रिंक्स हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार हो सकती हैं.
गुड़हल के फूल का जूस- न्यूट्रिशनल जर्नल की रिसर्च के मुताबिक, गुड़हल फूल का जूस ब्लड प्रेशर को कम करने में सक्षम है. शोधकर्ताओं का कहना है कि गुड़हल की चाय में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंथोसायनिन होता है. ये आसानी से रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर ठीक हो जाता है.
नारियल का पानी- हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में नारियल पानी बेहद फायदेमंद है. नारियल पानी पीने से शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद मिलती है. दि वेस्ट इंडियन मेडिकल जर्नल के मुताबिक, नारियल पानी पीना सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 71 फीसद तक कम करने में मदद करता है और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 29 फीसद तक. ऐसा इसलिए क्योंकि नारियल पानी पोटैशियम में भरपूर होता है जो हमारे शरीर में पोटैशियम के प्रभाव को घटाने में मदद करता है.
अनार का जूस- अनार जूस न सिर्फ पोषक तत्वों जैसे फोलेट और विटामिन सी से समृद्ध होता है बल्कि सूजन रोधी गुणों को भी लाता है. अनार जूस दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जाना जाता है. 2016 की एक रिसर्च में पाया गया था कि ये जूस सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों को कम करने में मदद करता है. शोधकर्ताओं ने पाया कि अनार का 20 मिलीग्राम जूस डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए पर्याप्त है.
टमाटर का जूस- टमाटर का जूस न सिर्फ विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है बल्कि ये ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है. रोजाना एक ग्लास टमाटर का जूस पीने से दिल की सेहत को बढ़ावा मिलता है. 2019 की एक रिसर्च के मुताबिक, जापानी शोधकर्ताओं ने दिल के जोखिम कारकों में रोजाा एक कप टमाटर जूस पीने के प्रभाव का मूल्यांकन किया. उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि टमाटर का जूस डायस्टोलिक और सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों को ठीक करने में मदद करता है.